नई दिल्ली : भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा गोल्ड को लेकर योजनाओं की शुरुआत की गई है और अब इसको देखते हुए ही या बात भी सुनने में आ रही है कि देश में गोल्ड एक्सचेंज की शुरुआत भी जल्द ही हो सकती है. इसके तहत यह बात सामने आई है कि यह योजना गोल्ड ट्रेडिंग करने वाले व्यापारियों के लिए भी एक अच्छा प्लेटफॉर्म साबित हो सकती है. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस योजना से व्यापारी वैश्विक स्तर पर जाने की बजाय छोटे स्तर पर भी सौदे को अंजाम दे सकेंगे.
इस मामले में एक विश्लेषक का यह मानना है कि गोल्ड एक्सचेंज का यह पूरा काम केवल एक सोच पर निर्भर करता है. क्योकि यहाँ पारदर्शी ट्रेडिंग को अंजाम दिया जाना है. इसके तहत ही यह भी माना जा रहा है कि घर में पड़े हुए सोने का यहाँ अच्छा उपयोग किया जा सकता है और इसके साथ ही ऐसे लोगों की भी आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है जिन्हे इसकी जरुरत है.
बताया जा रहा है कि कई ऐसे भी ज्वेलर्स बाजार में मौजूद है जो सोने का आयात करने की बजाय सोने को यही किसी बाजार से खरीदने का काम करते है. यदि यह स्कीम काम कर जाती है तो इससे सभी को फायदा हो सकता है. देखना अब यह होगा की यह स्कीम कितनी दूर तक का सफर तय कर पाती है क्योकि प्रधनमंत्री की योजना के अंतर्गत केवल 500 ग्राम सोना ही जमा किया जा सकता है.