अदरक के सामान्य गुणों से अधिकाँश लोग परिचित हैं |सूखी खांसी,सर्दी ,जुकाम,भूख न लगना जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए अदरक का उपयोग प्राचीन समय से होता आ रहा है| लेकिन इस जानकारी को आगे बढाते हुए अमेरिका की मिशीगन यूनिवर्सिटी के वेज्ञानिकों द्वारा किये गए एक शौध के परिणाम केन्सर चिकित्सा में बेहद उत्साह्कारी हैं| शौध के मुताबिक़ अदरक ओवेरियन केन्सर की कोशिकाओं को नष्ट करने में सफल हुई है|
पुरुषों में प्रोस्टेट केन्सर की कोशिकाएं अदरक के प्रयोग से नष्ट हो जाती हैं| वज्ञानिकों का कहना है कि प्रोस्टेट केन्सर और ओवेरियन केन्सर से पीड़ित लोगों के लिए अदरक एक जीरो साईड इफेक्ट वाली केमो थीरेपी है| वैज्ञानिकों ने प्रयोग के दौरान देखा कि जैसे ही केन्सर कोशिकाओं को अदरक के चूर्ण के संपर्क में लाया गया , केन्सर के सेल्स नष्ट होते चले गए| वेज्ञानिक भाषा में इसे एपोप्टीज याने कोशिकाओं की आत्म ह्त्या कह सकते हैं| यह भी देखा गया कि अदरक की मौजूदगी में केन्सर के सेल्स एक दुसरे को खाने लगे| इसे डाक्टरी भाषा में ऑटो फिगिज कहते हैं.
ओवेरियन और प्रोस्टेट केन्सर से पीड़ित रोगियों में अदरक एक प्राकृतिक कीमो थिराप्यूटिक एजेंट की तरह काम करता है. ब्रिटिश जनरल आफ न्युट्रीशन में प्रकाशित एक शौध के अनुसार अदरक का सत्व बढे हूए प्रोस्टेट ट्युमर की साईज 56% तक कम कर देता है| सबसे अच्छी बात यह कि अदरक की मात्रा ज्यादा भी हो जाए तो इसका दुष्प्रभाव कीमो थेरपी की तरह नहीं होता है|