पर्याप्त नींद लेने से तनाव का स्तर तो कम होता ही है साथ ही आपके शरीर के हर अंग को आराम भी मिलता है. आप जब तक जागते रहेंगे तब तक आपके अंदर कुछ ना कुछ खाने की इच्छा होती रहेगी जो कि आपके पाचन शक्ति व शरीर के लिए नुकसानदेह है. रिसर्च के मुताबिक जो लोग कम सोते हैं वे ज्यादा से ज्यादा कैलोरी ऊर्जा लेते हैं. इसके साथ ही पर्याप्त नींद नहीं लेने से उनकी ऊर्जा का क्षय भी कम होता है जिससे उनका वजन बढ़ता जाता है. इसके विपरीत जो लोग ज्यादा सोते हैं वे उनकी तुलना में कम कैलोरी उर्जा लेते हैं और सोने में ज्यादा कैलोरी ऊर्जा क्षय करते हैं. अध्ययन कहता है कि अगर इस बात को आम जिंदगी पर लागू किया जाए तो कम सोने पर मोटापे का खतरा बढ़ता है.
अपर्याप्त नींद लेने से वजन बढ़ने के साथ कई और समस्याएं हो सकती हैं आइए जानें उनके बारे में.
1-कम सोने से लेप्टिन का लेवल नीचे चला जाता है, जिससे शरीर में कार्बोहाईड्रेट युक्ता आहार खाने की प्रबल इच्छा होती है.
2-अपर्याप्त नींद से शरीर के कार्बोहाइड्रेट का पूरा प्रयोग नहीं हो पाता और शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है जिससे इंसुलिन बढ़ता है और शरीर में चर्बी जमा होने लगती है.
3-अपर्याप्त नींद से हार्मोन की वृद्धि का स्तर घटता है जिससे शरीर में समस्याएं पैदा होती हैं. भरपूर नींद नहीं लेने से इंसुलिन बनने की प्रक्रिया में रुकावट आती है, जिससे डायबटीज का खतरा बढ़ जाता है.