नई दिल्ली : पाकिस्तान से अपने वतन भारत वापस लौटी गीता को इंदौर में रखा जाएगा। दरअसल गीता ने बिहार में रहने वाले जनार्दन महतो परिवार को पहचानने से इंकार कर दिया। जिसके बाद गीता के रहने को लेकर सवाल खड़े होने लगे। यही नहीं यह भी कहा गया कि गीता की डीएनए रिपोर्ट आने तक उसे इंदौर में रखा जाएगा। गीता बोल नहीं पाती है। जिसके कारण उसे मूक बधिर संस्थान में रखा जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गीता से भेंट की। इस दौरान उन्होंने ईदी फाउंडेशन के सदस्यों से भी भेंट की।
उन्होंने जाना कि किस तरह से उन्हें गीता मिली। गीता प्रातः 10.30 बजे मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पहुंची। इस दौरान उनके मध्य इशारों में हल्की चर्चा भी की गई। गीता से गणमान्य जन के मिलने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है ऐसे में यह भी समझा जा रहा है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी गीता से भेंट करेंगे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दोपहर में उनसे भेंट कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि 14 वर्ष पूर्व गीता गलती से पाकिस्तान पहुंच गई थी।
जब वह पाकिस्तान में कार्यरत ईधी फाउंडेशन के संपर्क में आई तो गीता को भारत लाने का प्रयास किया गया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गीता के दिल्ली पहुंचने पर उससे भेंट की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान में गीता की देखभाल करने वाले ईधी फाउंडेशन को 1 करोड़ रूपए देने की घोषणा भी की।