नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक आश्चर्यजनक तथ्य को उद्घाटित किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि गीता ने अपने परिवार को पहचानने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि महतो परिवार को गीता ने पहचानने से इंकार किया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि गीता को इंदौर की संस्था में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि उसने अपने विवाह से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि वह जब पाकिस्तान गई थी तभी वह बहुत छोटी थी। उसने कहा कि वह भारत आकर बेहद खुश है। वह हर दिन उदास होती थी भारत वापस आने के लिए।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए ईधी फाउंडेशन के सदस्यों ने कहा कि यहां उपस्थित सभी मेरे बच्चे ही हैं। वहां करीब 40 हजार लोग हमारी संस्था में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि गीता को अलग-अलग संगठन में रखा गया। यह लड़की पैर छुआ करती थी और हाथ जोड़ती थी इससे उन्हें लगा कि यह भारत की रहने वाली है। उन्होंने कहा कि उसके मजहब को महफूज रखा गया। इस दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि जब तक गीता के परिवार का पता नहीं मिल जाता है वह इंदौर में रहेगी।