सर्दियों में रोजाना 50 ग्राम चना खाना शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है. आयुर्वेद मे माना गया है कि चना और चने की दाल दोनों के सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है. चना खाने से अनेक रोगों की चिकित्सा हो जाती है.
1-गर्म चने रूमाल या किसी साफ कपड़े में बांधकर सूंघने से जुकाम ठीक हो जाता है. बार-बार पेशाब जाने की बीमारी में भुने हूए चनों का सेवन करना चाहिए.
2-देसी काले चने 25-30 ग्राम लेकर उनमें 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण मिला लें चने को कुछ घंटों के लिए भिगो दें. उसके बाद चने को किसी कपड़े में बांध कर अंकुरित कर लें. सुबह नाश्ते के रूप में इन्हे खूब चबा चबाकर खाएं.
3-चने के आटे की नमक रहित रोटी 40 से 60 दिनों तक खाने से त्वचा संबंधित बीमारियां जैसे-दाद, खाज, खुजली आदि नहीं होती हैं. भुने हुए चने रात में सोते समय चबाकर गर्म दूध पीने से सांस नली के अनेक रोग व कफ दूर हो जाता हैं.
4-सर्दियों में चने के आटे का हलवा कुछ दिनों तक नियमित रूप से सेवन करना चाहिए. यह हलवा वात से होने वाले रोगों में व अस्थमा में फायदेमंद होता है.