दिल्ली : उत्तर प्रदेश का कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी शुक्रवार को अपने साले पुष्पजीत की तेरहवीं में शामिल होने आया। दिल्ली के विकास नगर के सेक्टर-3 में वह पेरोल के आधार पर आया। झांसी की जेल से शाम के 6 बजे मुन्ना को कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्ली लाया गया। वहां पहुंच उसने कहा कि बाहर निकलने पर वो भी सक्रिय पॉलिटिक्स करेगा।
इस दौरान उसने अपने साले की मौत की जांच के लिए पुलिस पर पूरा भरोसा जताय और कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि मैं जुलाई या अगस्त में बाहर आ जाऊं। तेरहवीं में पहुंचे मुन्ना से क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने अकेले में काफी देर तक बातचीत की।
मुन्ना ने बताया कि फिलहाल उनकी पत्नी सीमा सिंह के लिए कई दलों से विधायक के टिकट के लिए बात चल रही है। मुन्ना की सुरक्षा में 17 कांस्टेबल और 3 सब इंस्पेक्टर भी झांसी से आए थे। एक ट्रक पीएसी के जवानों ने भी मोर्चा संभाल रखा था। इसके अलावा घर में आने-जाने वाले सभी की तलाशी ली जा रही थी।
साले की 10वीं में भी मुन्ना को राजधानी लाया गया था। कोर्ट ने मुन्ना को साले की अंतिम क्रिया में भाग लेने के दौरान लखनऊ की जेल में रखने का आदेश दिया था, लेकिन पुलिस उसे झांसी लेकर गई। क्यों कि जब उसे लखनऊ की जेल में 16 मार्च को ले जाया गया, तो जेल प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर उसे रखने से मना कर दिया। बाराबंकी और फैजाबाद की जेल ने भी उसे रखने में असमर्थता जताई।