उज्जैन : व्यापम घोटाले की गूंज उज्जैन में भी सुनाई दे रही है। हाल ही में कांग्रेस ने जहां मौन रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया था अब उस चिकित्सक ने भी अपनी जान को खतरा बताया है, जिनके द्वारा मेघनगर की छात्रा नम्रता डामोर के शव का पोस्टमार्टम किया गया था। गौरतलब है कि एमबीबीएस की छात्रा नम्रता डामोर की मौत जनवरी 2012 के दौरान नर्मदा एक्सप्रेस रेल से गिरने के कारण हो गई थी, उसका शव उज्जैन के समीप स्थित भैरूपुरा के पास रेलवे पटरी पर पड़ा मिला था।
हालांकि पुलिस ने जांच के बाद नम्रता की मौत को दुर्घटना करार दिया था लेकिन जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डाॅक्टर वीवी पुरोहित ने अपनी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नम्रता की मौत दम घुटने के कारण बताई थी। तीन वर्षों बाद नम्रता का मामला गरमाया और अब इस मामले को सीबीआई के सुपुर्द कर दिया गया है, बताया गया है कि पुलिस जांच के सभी तथ्य सीबीआई को सौंप दिए गए है। इधर पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक डाॅक्टर पुरोहित ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग को लेकर डीजीपी और अन्य आला पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा है।