बारिश में स्किन इंफेक्शन को न करें नजरअंदाज, इससे हो सकती है गंभीर बीमारी
बारिश में स्किन इंफेक्शन को न करें नजरअंदाज, इससे हो सकती है गंभीर बीमारी
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मानसून का मौसम पूरे जोरों पर है, इसलिए हमारी त्वचा के स्वास्थ्य पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। भारी बारिश न केवल चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाती है बल्कि त्वचा संक्रमण के लिए उपयुक्त वातावरण भी बनाती है। इस दौरान छोटी-मोटी त्वचा संबंधी समस्याओं को नजरअंदाज करना गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। यहां बताया गया है कि आपको बरसात के मौसम में अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए सतर्क और सक्रिय क्यों रहना चाहिए।

जोखिमों को समझना

  • उच्च आर्द्रता: बरसात के मौसम में हवा में बढ़ी हुई नमी बैक्टीरिया और कवक के लिए एक आदर्श प्रजनन भूमि प्रदान करती है। नमी का यह ऊंचा स्तर त्वचा की सतह पर रोगजनकों के प्रसार में योगदान देता है।

  • रुका हुआ पानी: भारी बारिश के दौरान रुके हुए पानी के गड्ढे आम दृश्य होते हैं। ये पूल स्टैफिलोकोकस ऑरियस और स्यूडोमोनास एरुगिनोसा जैसे बैक्टीरिया के लिए प्रजनन स्थल के रूप में काम करते हैं, जिनके संपर्क में आने पर त्वचा में संक्रमण हो सकता है।

  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया: नम वातावरण के लगातार संपर्क में रहने से त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा कमजोर हो सकती है, जिससे यह संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है। एक्जिमा या सोरायसिस जैसी पहले से मौजूद स्थितियों वाले व्यक्तियों को इस दौरान भड़कने का अनुभव हो सकता है।

सामान्य त्वचा संक्रमण

  • फंगल संक्रमण: एथलीट फुट और दाद जैसी स्थितियां गर्म, नम वातावरण में पनपती हैं। ये संक्रमण अक्सर लाल, खुजलीदार चकत्ते के रूप में मौजूद होते हैं जो इलाज न किए जाने पर तेजी से फैल सकते हैं।

  • जीवाणु संक्रमण: सेल्युलाइटिस और इम्पेटिगो जैसे जीवाणु संक्रमण तब हो सकते हैं जब बैक्टीरिया कट, खरोंच या कीड़े के काटने के माध्यम से त्वचा में प्रवेश करते हैं। ये संक्रमण प्रभावित क्षेत्र में लालिमा, सूजन और गर्मी के रूप में प्रकट होते हैं।

  • वायरल संक्रमण: हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) जैसे वायरस तनाव या कमजोर प्रतिरक्षा के दौरान अधिक सक्रिय हो सकते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम या जननांग दाद का प्रकोप हो सकता है।

निवारक उपाय

  • अच्छी स्वच्छता बनाए रखें: अपनी त्वचा को नियमित रूप से धोएं और सुखाएं, खासकर बारिश के पानी या कीचड़ के संपर्क में आने के बाद। संक्रमण की संभावना वाले क्षेत्रों को साफ़ करने के लिए जीवाणुरोधी साबुन का उपयोग करें।

  • त्वचा को सूखा रखें: गीले कपड़ों या जूतों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से बचें। गीले कपड़ों को तुरंत बदलें और त्वचा को सूखा रखने के लिए टैल्कम पाउडर या एंटीफंगल पाउडर का उपयोग करें।

  • सुरक्षात्मक कपड़े: बारिश के पानी से त्वचा के संपर्क को कम करने के लिए जलरोधक जूते और कपड़े पहनें। अपने आप को बारिश के सीधे संपर्क से बचाने के लिए छाते या रेनकोट का उपयोग करें।

  • व्यक्तिगत वस्तुओं को साझा करने से बचें: संक्रमण फैलने के जोखिम को कम करने के लिए तौलिये, रेजर या अन्य व्यक्तिगत वस्तुओं को साझा करने से बचें।

चिकित्सा सहायता की मांग

यदि आपको त्वचा संक्रमण के कोई लक्षण जैसे लालिमा, सूजन या स्राव दिखाई देता है, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लें। शीघ्र हस्तक्षेप से संक्रमण को बिगड़ने से रोका जा सकता है और संभावित जटिलताओं से बचने में मदद मिल सकती है। बरसात के मौसम में त्वचा संक्रमण के कारण अपना उत्साह कम न होने दें। सतर्क रहें, त्वचा के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और जिम्मेदारी से बारिश का आनंद लें।

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