जोधपुर : एक बार फिर स्कूली पाठ्यक्रम को लेकर बवाल मच गया। इस दौरान यह बात सामने आई है कि एनसीईआरटी के सीसीई पैटर्न में एक पुस्तक में यौनाचरण मामले में जेल में बंद आसाराम को महात्मा बता दिया गया है। मामला सामने आने के बाद अब जिला शिक्षा अधिकारी ने इस पर जिम्मेदारों से जवाब मांगा है।
इस तरह की बात को शिक्षा विभाग ने बेहद गंभीर माना है। मिली जानकारी के अनुसार सीसीई पद्धति के लिए तैयार किए गए पाठ्यक्रम में संत महात्माओं के चित्रों के साथ उनके नाम का उल्लेख किया गया है लेकिन इस मसले पर यह बात सामने आई है कि आसाराम को भी संत बताते हुए इसी श्रेणी में शामिल कर दिया गया है।
आसाराम की फोटो भी इस पुस्तक में शामिल की गई है। दिल्ली में गुरूकुल एजुकेशन और मोरल एजुकेशन के साथ जनरल नाॅलेज के तौर पर इसे शामिल किया गया है। इस पुस्तक का नाम नया उजाला दिया गया है। इसमें आसाराम के चित्र को गुरूनानक देव, महावीर कबीर, विवेकानंद, मदर टेरेसा, मीराबाई, शंकराचार्य, रामकृष्ण परमहंस, दयानंद सरस्वती, बाबा रामदेव आदि के चित्रों के साथ शामिल किया गया है।