निर्भया केस : पुलिस ने अपनी बात तक रखने का मौका नही दिया
निर्भया केस : पुलिस ने अपनी बात तक रखने का मौका नही दिया
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नई दिल्ली : मेरी बेटी का नाम निर्भया नही, ज्योति है और मुझे यह बताने में शर्म नही है। मैं क्यों शरमाऊँ, जिसने गुनाह किया वो शर्म करे। ये बाते बड़े ही फख्र से निर्भया की माँ ने इस दर्दनाक हादसे के तीन साल पूरे होने पर पूरी दुनिया के सामने कही थी, जिसमें अपार साहस की जरुरत थी। लेकिन अगले ही पल वो फिर से दुर्बल महसूस करने लगी। कारण था कोर्ट का वो फैसला जिसमें सबसे ज्यादा गुनाह करने वाले नाबालिग को कोर्ट ने रिहा कर दिया। इसके बाद निर्भया की मां आशा सिंह जंतर-मंतर गई पुलिस ने उन्हें वहां से भी भगा दिया। इसके बाद वो और कई अन्य इंडिया गेट गए, वहां से भी पुलिस ने उन्हें बुरी तरह खदेड़ कर भगा दिया और उनके साथ बदसलुकी भी की गई, जिससे निर्भया की मां के हाथों में चोंटे भी आई।

क्या कहा निर्भया की मां ने-

तीन साल से लड़ते-लड़ते थक गई, पर हार नहीं मानी। लेकिन आज सरकार ने उसे छोड़ दिया, जिसने मेरी बेटी को सबसे ज्यादा दर्द दिया था। अब आप ही बताइए मैं क्या करूं? सुबह से हम परेशान हैं। जंतर-मंतर गई तो पुलिस ने वहां से हटा दिया। इंडिया गेट गई तो वहां बैठने तक नहीं दिया। मैंने उनके हाथ जोड़े, कहा कि हम सिर्फ अपनी बात रखना चाहते हैं। लेकिन उन्होंने जबरन वहां से भी भगा दिया। हम भारत के नागरिक तो हैं, लेकिन इंडिया गेट हमारा नहीं है।

पुलिस बस में बंद करके ले गई और दूर छोड़ आई। हमें रोक दिया, पर दुष्कर्मी को खुलेआम घूमने के लिए छोड़ रहे हैं। तीन साल पहले तो सब कह रहे थे निर्भया देश की बेटी है, तो आज वो बेटी नहीं रही क्या? क्यों नहीं कुछ सोचते हैं उसके बारे में? मैं अकेले क्या करूं... मजबूर होकर सड़क पर हूं। किसे अच्छा लगता है सड़कों पर धक्के खाना। एक हफ्ते पहले ही पता चल गया था कि वह छूट जाएगा। लेकिन मैंने तय किया था कि अंतिम पल तक लड़ूंगी। बेटी को अंतिम क्षणों में किया वादा भी नही निभा पा रही हूँ।

इन सबके बाद पुलिस ने उन्हे और निर्भया के पिता दोनो को बस में बिठाकर कही दूर छोड़ आए। निर्भया के भाई ने कहा हम सब दुखी है, सरकार कुछ नही कर सकी। अब समाज में आंदोलन होगा। इंडिया गेट पर जो प्रदर्शनकारी जमा हुए वो केजरीवाल के विरुद्ध में नारे लगाते रहे। उनके हाथों में प्लेकार्ड्स भी थे, जिस पर लिखे हुए थे-- पीएम मोदी व्हेयर आ यू, निर्भया नीड हेल्प। इंडिया गेट पर धारा 144 लगा दी गई।

अब दिल्ली महिला आयोग के प्रयास के बाद सुप्रीम कोर्ट फिर से इस मामले पर सोमवार को सुनवाई करेगी। हांला कि आरोपी को रिहा कर दिया गया है और उसे एक एनजीओ में शिफ्ट किया गया है। दूसरी ओर इंटेलीजेंस ब्यूरो का कहना है कि यह नाबालिग आतंकी घटना के लिए ट्रेन किया जा चुका है। इसलिए उसे हरिहा नही किया जाना चाहिए। जैसे ही कोर्ट ने उस आरोपी को बरी किया निर्भया के पिता ने कहा ये कैसा कानून है, जहां कोई मर जाता है और कोई क्राइम करके रिहा हो जाता है।

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