यूवाओ में चढ़ रहा है सोशल मीडिया का नशा,कही आप तो इसके शिकार नही
यूवाओ में चढ़ रहा है सोशल मीडिया का नशा,कही आप तो इसके शिकार नही
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आजकल सोशल मीडिया का क्रेज इतना अधिक बढ़ गया की लोगो को जैसे इसकी लत लग गयी हो। सोशल मीडिया हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। हम विचारों को दिमाग में जमा करते रहते हैं ताकि हम उन्हें सोशल मीडिया पर अपडेट कर सकें और दोस्तों के अधिक से अधिक कमेंट पा सके। हमारी जिंदगी की हर चीज सोशल मीडिया के लिए बन जाती है। देखकर ऐसा लगता है की हम पूरी तरह से सोशल मीडिया पर समर्पित हो चुके है। जब देखो जिसे देखो सोशल मीडिया के संपर्क में पूरा खाली समय गवा देता है। 

क्या बीते कुछ हफ्तों में आपको कोई ऐसा दिन याद है जब आपने फेसबुक या टि्वटर पर साइन इन न किया हो? कुछ देर के लिए अगर इंटरनेट धीमा हो जाए या इंटरनेट काम न करे, तो आपके लिए वक्त गुजारना मुश्किल हो जाता है। आपको हमेशा ऑनलाइन रहने की जरूरत महसूस होती है। आप हमेशा कनेक्टेड रहना चाहते हैं। इसे एक अडिक्शन यानी लत कहा जा सकता है। लोग लगातार फेसबुक और टि्वटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपलोड कर रहे हैं। लेकिन अगर आप लगातार इन अपडेट्स को देखते रहते हैं। आपकी कोशिश होती है कि आपसे कोई अपडेट छूट न जाए, तो आप FOMO का शिकार हो सकता है।

पल पल में फेसबुक पर नज़र: लोग लगातार फेसबुक और टि्वटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपलोड कर रहे हैं। लेकिन अगर आप लगातार इन अपडेट्स को देखते रहते हैं। आपकी कोशिश होती है कि आपसे कोई अपडेट छूट न जाए, तो आप FOMO का शिकार हो सकता है।

खाने की फोटो अपडेट करना: चाहे आप खाना पका रहे हों या फिर किसी रेस्तरां में भोजन कर रहे हों, आप भोजन की फोटो खींचे बिना खाना खा ही नहीं सकते। आप उन फोटो को फेसबुक, टि्वटर या अन्य किसी सोशल साइट पर जरूर अपलोड करते हैं।

फोन भूल जाये तो: गलती से आप फोन घर पर छोड़ आए हैं और आपके लिए इससे बड़ा 'दुख' कोई दूसरा नहीं हो सकता। फोन घर छूट गया यह पता लगते ही आप नर्वस ब्रेकडाउन के शिकार हो जाते हैं। यह FOMO के साथ साथ नोमोफोबिया (फोन न होने का डर) का भी संकेत है।

दोस्तों से कम्पटीशन: आप सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के अपडेट्स देखते हैं और फिर वैसा ही कुछ करना चाहते हैं। आप उनसे मुकाबला करना चाहते हैं। कौन बेहतर सेल्फी खींचता है, कौन किस रेस्तरां में जाता है। आप अपने दोस्तों से बेवजह की प्रतिस्पर्धा में उलझ जाते हैं।

हर ऐक्टिविटी में भाग लेना: वीकएंड के लिए आपने कोई प्लान बना रखा है। इसी बीच आपके पास एक और न्यौता आ जाता है। आप उसे मना नहीं कर पाते और अंत में आप दोनों को हां कर देते हैं।

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