रूसी मोबाइल निर्माता कंपनी योटा और चाईनीज़ कंपनी ZTE ने एक समझौते के तहत मिलकर योटाफोन 3 बनाने का फैसला किया है। योटाफोन बहुत ही अनोखे कांसेप्ट का इस्तेमाल करता है, एक तरफ कि स्क्रीन में एंड्रॉयड फोन होता है तो दूसरी ओर E-ink डिस्प्ले।
शुरुआत से ही योटाफ़ोन बहुत ही अनोखे कांसेप्ट के साथ काम करती आयी है। योटा के द्वारा बनाए गए फोन सामने से एंड्रॉयड पर चलने वाला एक स्मार्टफोन होता है वहीं दूसरी तरफ E-ink डिस्प्ले वाला एक रीडर। मगर कंपनी का दुर्भाग्य ही माने कि इतनी उन्नत तकनीक बाज़ार में अच्छे से चल नहीं पायी।
कंपनी ने अपनी पुरानी असफलता को ध्यान में रखते हुए नए योटा में कई बदलाव करने का फैसला लिया है। खबर है कि योटा ZTE के साथ मिलकर फोन को एक नया रूप देना चाह रही है, साथ ही इसके सॉफ्टवेयर को भी उन्नत करने कि चाह रखती है। अगर सब कुछ सही ढंग से हुआ तो आने वाले 2016 में इस फोन के बाज़ार में उपलब्ध होने की उम्मीद है।
देखना अब यह होगा कि योटाफोन 3 का डिस्ट्रीब्यूशन किसके हाथों में आता है। जहां तक ZTE की बात है वह गत जुलाई माह में दुनिया के टॉप 5 बेस्ट सेलिंग स्मार्टफोन कंपनी की सूची में अपना नाम दर्ज करा चुकी है। सवाल यह भी उठता है कि आने वाला नया फोन एंड्रॉयड पर ही चलेगा या सैलफिश ऑपरेटिंग सिस्टम के होने कि संभावना है।
अगर आप भी योटाफोन को लेकर उतने ही उत्सुक हैं तो हमारे साथ जुड़े रहिएगा, आपके लिए हम जल्द ही लेकर आएंगे इस अनोखे फोन से जुड़े नए अपडेट...