Jan 25 2016 03:42 PM
नई दिल्ली : एनसीईआरटी ने अपनी किताबों से स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस व उन जैसे कई राष्ट्रीय नेताओं से जुड़े विषयों को कम किया है। इस पर केंद्रीय सूचना आयोग ने एनसीईआरटी की खिंचाई की है। ऐसा किए जाने पर आयोग ने उससे जवाब मांगा है। बता दें कि स्वामी विवेकानंद पर 12 वीं की इतिहास के किताब में पहले शब्दों की संख्या 1250 थी, जिसे घटाकर 37 कर दी गई है।
इतना ही नही 8 वीं कक्षा में इस विषय से संबंधित एक भी शब्द नही है। जयपुर के सूर्यप्रताप सिंह राजावत ने सूचना आयुक्त श्रीधर आर्चायुलू के समक्ष याचिका दायर की थी। इसमें उन्होने विख्यात शख्सियतों के संबंध में जानकारी को इतिहास में शामिल न किए जाने की आलोचना की थी।
राजावत का दावा है कि एनसीईआरटी की इतिहास की किताबों में 36 राष्ट्रीय नेताओं और चंद्र शेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान, बटुकेश्वर दत्त, राम प्रसाद बिस्मिल जैसे क्रांतिकारियों पर सामग्री ही नहीं है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने आयोग का रुख किया। सुनवाई के दौरान राजावत ने सीआईसी से कहा है कि हमारी आजादी के नायकों की कीमत पर क्रिकेट के लिए 37 पन्ने देना सही नहीं है।
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