नई दिल्ली. भारतीय सेना ने आज ब्राह्मोस मिसाइल के नए आधुनिक वर्जन ब्राह्मोस ब्लॉक तीन का सफल टेस्टिंग की है. ये टेस्टिंग अंडमान-निकोबार में किया गया. चीन देश के लिए क्रूज मिसाइल के इस टेस्टिंग को चुनौती माना जा रहा है. बता दे कि भारतीय सेना ने ये टेस्टिंग मोबाइल ऑटोनॉमस लांचर से किया. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि क्रूज मिसाइल ब्राह्मोस किसी भी प्रकार के खतरनाक हथियारों पर लगाए गए निशाने के अनुसार घातक वार करती है.
इसकी विशेषता यह भी है कि ये किसी भी डायनामिक टारगेट को आसानी से निशाना बना सकती है. यह मिसाइल सतह पर उपस्थित टॉरगेट को भी नष्ट करने में अचूक है. ब्राह्मोस मिसाइल अमेरिका की टॉम हॉक मिसाइल से दो गुना तेज बताई जाती है. ये किसी भी शक्तिशाली रडार को धोखा देने में भी सक्षम है.
इसकी एक बड़ी विशेषता यह भी है कि यह कम ऊंचाई से भी घातक हमला कर देती है. ये विश्व की एक ऐसी मिसाइल है जो झुकी हुई और वर्टिकल दोनों ही अवस्था में दागी जा सकती है. बता दे कि ब्राह्मोस के इस नए वर्जन का ये चौथी टेस्टिंग है. ब्राह्मोस मिसाइल सुखोई-30 फाइटर एयरक्राफ्ट और शिप से भी दागी जा सकती है.
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