CBI के निर्देशक अनिल सिन्हा ने कहा था कि राजनितिक हथियार की तरह एजेंसी काम कर रही है. अनिल सिन्हा ने कहा है कि पक्षधरता की मांग के लिए उनके पास कभी भी कोई फोन नही आया है. सब इस बात के लिए भी आशावादी दिख रहे है कि दाऊद इब्राहिम को वापस लेकर आया जाये. अनिल सिन्हा ने भी कहा है कि एंजेन्सी राजनीती हथियार की तरह काम नही कर रही है.
दाऊद इब्राहिम को वापस लाने के लिए कोई भी सीमा नही है. लेकिन इस बात का किसी को भी शक नही होना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भी छोटा राजन के केस में मदद की है. छोटे राजन का पता 6 महीने के अभियान में लगाया गया है. छोटा राजन कानून का सामना कर सके इसलिए उसे देश में लाया गया है.
अगर सभी देशो से अच्छी मदद मिले तो दाऊद को वापस लाया जा सकता है. इस अभियान के बारे में कुछ भी बताने से उन्होंने मना कर दिया है. अगर वे अभियान के बारे में कुछ भी बताते है तो हो सकता है कि उनका अभियान सफल ना हो.