नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के हिंदी माध्यम कार्यान्वयन निदेशालय की ओर से प्रकाशित पुस्तक ‘भारत का स्वतंत्रता संघर्ष’ के एक चेप्टर में शहीद भगतसिंह और उनके साथियों को जगह-जगह आतंकवादी कहकर संबोधित किया गया है. अब इस मामले में आज राज्यसभा में सदस्यों ने कार्रवाई किए जाने की मांग की, जिसके बाद उप सभापति पी जे कुरियन ने कहा कि वह इसकी जांच करेंगे.
इस मामले को राज्य सभा में सपा सदस्य नरेश अग्रवाल ने उठाया, जिसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी उनका समर्थन किया. कुरियन ने सरकार को किताब से वह सभी संदर्भ हटाने का निर्देश दिया जिनमें भगत सिंह को आतंकवादी कहा गया है.
गोरतलब है कि इससे यह मामला सामने आने के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिल्ली यूनिवर्सिटी को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया है कि शहीदों के नाम के आगे लगाए गए आतंकवादी शब्द को हटाया जाए.
बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाने वाली भारत का स्वतंत्रता संघर्ष किताब में भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और सऊर्य सेन जैसे क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताया गया था.