जहरीली हवा से दिल्लीवासियों की सांस मुश्किल में, वायु गुणवत्ता फिर गंभीर श्रेणी में, जानिए AQI
जहरीली हवा से दिल्लीवासियों की सांस मुश्किल में, वायु गुणवत्ता फिर गंभीर श्रेणी में, जानिए AQI
Share:

भारत की राजधानी दिल्ली, बिगड़ती वायु गुणवत्ता से जूझ रही है, जिससे इसके निवासियों के बीच श्वसन संकट पैदा हो गया है। पड़ोसी राज्यों से ठंडी हवा लेकर आने वाली उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाएँ न केवल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ठंडक ला रही हैं, बल्कि फसल अवशेष जलाने से निकलने वाला धुआँ भी ला रही हैं।

दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता का गंभीर स्तर

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली के विभिन्न इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है। अशोक विहार में एक्यूआई 405, जहांगीरपुरी में 428, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 404 और द्वारका सेक्टर 8 में 403 दर्ज किया गया।

विशेषज्ञों द्वारा उजागर किए गए चिंताजनक रुझान

भारतीय प्रबंधन संस्थान के विशेषज्ञ बताते हैं कि मंगलवार को दिल्ली में प्रमुख सतही हवाएँ 4 किमी/घंटा की गति से उत्तर से उत्तर-पश्चिम की ओर आ रही थीं। दिन में धूप निकलने से कुछ राहत मिली। मंगलवार को अनुमानित अधिकतम मिश्रण ऊंचाई 1400 मीटर थी।

मौसम की गतिशीलता प्रदूषण के स्तर को प्रभावित कर रही है

बुधवार को मुख्य सतही हवाएँ उत्तर-पश्चिम से चलने की उम्मीद है। दिन के दौरान हवा की गति 4 किमी/घंटा तक रहने का अनुमान है, जबकि शाम और रात में शांत स्थिति का अनुभव होगा। कमजोर वायु प्रवाह प्रदूषण के स्तर में वृद्धि में योगदान दे सकता है।

दूसरी ओर, गुरुवार को हवा की दिशा उत्तर-उत्तरपूर्व/पूर्व की ओर बदलने से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ने का अनुमान है। परिवर्तित वायु परिसंचरण से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ने की आशंका है।

सरकारी पहल और सार्वजनिक सरोकार

स्थिति सरकार से तत्काल ध्यान देने की मांग करती है, निवासी जिस हवा में सांस लेते हैं उसके बारे में बढ़ती चिंताएं व्यक्त कर रहे हैं। सरकार ने पहले वायु गुणवत्ता संकट को दूर करने के लिए उपाय पेश किए हैं, जिनमें वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध और सम-विषम योजना का कार्यान्वयन शामिल है।

चुनौतियाँ और समाधान

चूँकि दिल्ली इस वायु गुणवत्ता संकट से जूझ रही है, इसलिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों समाधानों की तत्काल आवश्यकता है। प्रदूषण विरोधी नियमों को सख्ती से लागू करने और जागरूकता अभियान बढ़ाने जैसे तत्काल उपाय संकट को कम करने में योगदान दे सकते हैं।

दीर्घकालिक समाधानों में फसल जलाने को कम करने, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में निवेश करने के लिए टिकाऊ कृषि पद्धतियां शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, नागरिक भागीदारी महत्वपूर्ण है, जिसमें व्यक्ति अपने कार्बन पदचिह्न की जिम्मेदारी लेते हैं और पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को अपनाते हैं।

सामूहिक कार्रवाई की तात्कालिकता

दिल्ली में वायु गुणवत्ता संकट तत्काल और सामूहिक कार्रवाई की मांग करता है। चूंकि शहर प्रदूषण के बढ़ते स्तर से जूझ रहा है, इसलिए सरकार, समुदायों और व्यक्तियों के लिए स्थायी समाधान खोजने के लिए मिलकर काम करना जरूरी है। केवल एक संयुक्त प्रयास से ही दिल्ली स्वच्छ हवा में सांस लेने और अपने निवासियों के लिए एक स्वस्थ भविष्य सुरक्षित करने की उम्मीद कर सकती है।

राहुल के बयान पर भड़की बीजेपी, अब दिग्गी बोले- बीजेपी ने मोदी जी को 'पनौती' क्यों माना?

7 अक्टूबर को कितना भयानक था हमास का हमला ? इजराइल ने फुटेज जारी कर दिखाई आतंकियों की बर्बरता

दिल्ली के फ्लाईओवर पर खालिस्तानी नारे लिख रहा शख्स गिरफ्तार, आतंकी पन्नू के इशारे पर कर रहा था काम

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -