बोटॉक्स का नाम आजकल बहुत सुना जाता है क्योंकि बहुत से सेलेब्रिटीज इसका उपयोग करते हैं और अपनी उम्र के निशान छुपाते हैं. इस ड्रग के बारे में बहुत सी बातें भी सुनने को मिलती है. असल में इस ड्रग का सही और पेशेवर लोगों की सलाह और गाइडेन्स में उपयोग किया जाये तो यह इतनी खतरनाक नहीं होती जितनी की कही सुनी जाती है.जब ये ड्रग शरीर में प्रवेश करता है तो मांसपेशियों और स्नायुओं के बीच का कम्युनिकेशन काट देता है.
इसी वजह से बोटॉक्स कराने के बाद झुर्रियां खत्म हो जाती हैं, क्योंकि मांसपेशियों को आराम मिल जाता है. वो सिकुड़ती नहीं. पर अगर ये ज्यादा हो जाए तो इसके साइड इफेक्ट खतरनाक होते हैं.बोटॉक्स का इस्तेमाल माइग्रेन और हथेली, तलवों और अंडरआर्म में पसीने के इलाज में भी किया जाता है। टॉक्स गर्भवती महिलाओं को नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन फिर भी गर्भवती या फिर दूध पिलाने वाली महिलाओं को इसका इस्तेमाल नहीं करना की सलाह दी जाती है।
कभी कभी बोटॉक्स से स्किन लाल होना, दर्द, सूजन, शिथिलता, मांसपेशियों में दर्द और ब्लीडिंग जैसे साइड इफ़ेक्ट भी लोगों में देखे जाते हैं जो कुछ वक्त बाद ठीक भी हो जाते हैं. हमारी यही सलाह है कि अगर आप बोटॉक्स ट्रीटमेंट करवाना चाहते हैं तो अच्छस चिकित्सक की देखरेख में ही यह ट्रीटमेंट करवाएं।
एसिडिटी में फायदेमंद है केले का सेवन
अधिक नमक के इस्तेमाल से हो सकता है याददाश्त कमज़ोर होने का खतरा
बुखार के लिए अच्छी दवा है जीरे का पानी