रक्तदान और इनसे जुडी सावधानियां
रक्तदान और इनसे जुडी सावधानियां
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मानव शरीर परमात्मा की एक अद्भुत कृति है, मानव शरीर कुदरत की बनायीं हुई एक बेहतरीन मशीनरी है, जिसमे हर अंग विलक्षण है और अपने महत्व के कारण अपरिहार्य भी. इसी कड़ी में आज बात करेंगे "रक्त " की. शरीर के सारे अंगों में प्राणवायु की आपूर्ति निरंतर होती रहे इसलिये रक्त का प्रवाह 24 घंटे निरंतर चलता रहता है. रक्त में कई जीवनरक्षक तत्व होते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों व चोटों को ठीक करने में मददगार होते हैं। कई लोगों के लिये रक्तदाता उनकी लाइफलाइन होती हैं. रक्तदान करने से किसी के जीवन को बचाने में दिये गए योगदान से संतुष्टि मिलती है.

रक्तदान से जुडी आवश्यक बाते :-- 

1 18 से 60 वर्ष की आयु के स्वास्थ्य व्यक्ति जिनका वजन 50 किलो से ऊपर होता है, वो 450 मिली लीटर रक्त दान कर सकते हैं. पुरुष तीन महीने में एक बार और महिलाएं चार महीने में एक बार रक्त दान कर सकती हैं.

2 रक्तदानदाता के खून में हीमोग्लोबिन 12% अधिक होना चाहिये.

3 नियमित अंतराल पर रक्तदान करने से शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है.

4 इससे आयरन का स्तर नियंत्रित करता है, जिससे रक्त को गाढ़ा बनाता है और उसमें फ्री रेडिकल डैमेज बढ़ता है.

5 यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है.

6 रक्तदान करने से न केवल किसी व्यक्ति का जीवन बचता है, बल्कि रक्तदाता में नई कोश‍िकओं का सृजन करता है.

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