नई दिल्ली : असम में विधानसभा चुनावों की जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी अब उत्तरप्रदेश में वर्ष 2017 में होने वाले चुनावों की रणनीति तैयार करने में जुट गई है। यहां भी पार्टी व्यक्ति के चेहरे के आधार पर राजनीतिक किला लड़ाने की तैयारी में है हालांकि पीएम मोदी का फैक्टर, विकास का आधार तो काम करेगा ही लेकिन पार्टी मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चुनाव में अवसर दे सकती है। दरअसल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की छवि बेदाग हैं। वे भाजपा की एक अच्छे नेता मानी जाती हैं।
उनमें वाक् अभिव्यक्ति के गुण हैं और कई बार वे विपक्ष पर हावी भी होती हैं। तो दूसरी ओर वे विकासवादी भी कही जाती हैं। यही नहीं कुछठ और कारण हैं जिनके कारण पार्टी उन्हें उत्तरप्रदेश में सीएम कैंडिडेट बना सकती है। दरअसल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ऊर्जावान हैं।
उनहोंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी संसदीय क्षेत्र में ही राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी। यही नहीं यदि कांग्रेस उत्तरप्रदेश में प्रियंका गांधी को मैदान में उतारती है तो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक अनुभवी राजनेता और कुशल प्रबंधक के तौर पर उन पर भारी पड़ सकती हैं। फिर वे उत्तरप्रदेश के हालातों से परिचित भी हैं।