ठण्ड पड़ते ही आंवलें का सीजन भी आ चुका हैं. आंवला खाने में जितना अच्छा लगता हैं उस से कही ज्यादा अन्य समस्याओं में औसधि का काम करता हैं. वेदों में तो इसे अमृत तक का दर्ज दिया गया हैं. आज हम आपको इसी के अमृतकारी गुणों से अवगत कराएंगे.
1. रक्त स्त्राव रोकने में आंवला बड़ा ही कम आता हैं. यदि दुर्भाग्यवश आपको चोट लग जाये और रक्त स्त्राव होने लगे तो तुरंत उस जगह पर आंवलें का रस लगा ले. जल्द आराम मिलेगा.
2. आंवले का रस पेट में पड़े कीड़ों का भी सफाया करने में कारगर साबित होता हैं.
3. अफीम के जहर को ख़त्म करने के लिए भी आंवले का उपयोग होता हैं. इसके लिए आप आंवले की पत्तियों को पानी में उबाल ले. अब इस मिश्रण को अफीम से पीड़ित व्यक्ति को पिलाए. नशा कुछ ही देर में उत्तर जाएगा.
4. ताजे गन्ने के रस में शहद मिलाकर पिने से पीलिया में आराम लगता हैं.
5. बच्चों के दांत निकलतें समय उनके मसूड़ों में आंवले का रस लागए. दांत बिना किसी परेशानी के बहार निकल जाएंगे.
6. 50 ग्राम आवले के रस में 50 ग्राम शहद मिलाकर पिने से पेशाब में जलन की शिकायत दूर हो जाती हैं.
7. सफ़ेद बालो की रोकथाम में भी आंवला अहम भूमिका निभाता हैं.