पोहा पेसिंग राइस से बनता है और इसे आयरन का एक बेहतर स्त्रोत माना गया है. पोहे को और अधिक पौष्टिक बनाने के लिए इसमें नींबू का रस और मौसमी सब्जियां मिलाकर भी बनाया जा सकता है.
आजकल कई लोग अपने खाने में गेहूं और जौ शामिल नहीं करते हैं. ये ऐसे पदार्थ है जिनमें कम मात्रा में ग्लूटन होता है. ऐसे लोगों के लिए पोहा एक शानदार फूड साबित हो सकता है. इसमें बहुत कम ग्लूटेन होता है. पेट संबंधी परेशानियों में डॉक्टर की सलाह से पोहा का सेवन किया जा सकता है.
पोहा डायबिटीज रोगियों के लिए स्नैक फूड का एक विकल्प बन सकता है, लेकिन खाने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लें क्योंकि इसको खाना या न खाना मरीज़ के अवस्था पर निर्भर करता है. वैसे तो ये माना जाता है कि पोहा ब्लड में शुगर जारी होने की गति को धीमा कर देता है. ये आपको काफी देर तक भूख से बचाता है और आप मिठाई या अन्य जंक फूड खाने से बच जाते हैं.