लखनऊ : उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने एक बार फिर बीफ मसले पर अपना मुंह खोला है। उन्होंने कहा कि बीफ का सेवन यदि अपराध है तो सजा सोमवार को कश्मीर के निर्दलीय एमएलए को दी गई। अब यह सजा भारत में सभी को दी जाए जिन्होंने बीफ खाया है। उन्होंने कहा कि जस्टिस काटजू और शोभा डे सहित अन्य को भी सजा देने की बात उन्होंने विरोधस्वरूप कही। सपा के कद्दावर मंत्री द्वारा यह कहा गया कि बीफ के नाम पर मुसलमानों को मारा जा रहा है।
आखिर हम क्या करें। उन्होंने कहा कि लखनऊ में कैबिनेट बैठक के बाद यह बात कही गई। उनका कहना है कि भाजपा ने देश को अघोषित हिंदू राष्ट्र बना दिया है। इन स्थितियों से निकलने के लिए उन्होंने आपातकाल लगाने की मांग तक की।
उन्होंने कहा कि मुसलमान एक कमजोर कौम है। मुसलमानों को सजा दी जा रही है। अब यह कहा गया है कि जो भी बीफ खाता है वह देश छोड़ दे मगर क्या यही एक कार्य शेष है क्या।
भारत के नक्शे पर मुसलमान लिखकर कालिख पोत दे। तो फिर सबकुछ ठीक हो जाए। 16 अक्टूबर को आजम खान द्वारा कहा गया कि कानपुर में बीफ के मसले पर यह कहा गया कि स्लाॅटर हाउस में जानवरों को जिस तरह से गोश्त के लिए निकाला जाता है और फिर गोश्त अर्थात् बीफ लिया जाता है यह तरीका इस्लाम के खिलाफ है। यह तो हराम है। उनके इस बयान के बाद मांस विक्रेता आक्रोश से भर गए थे। समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेता आजम खान ने कहा कि देश सांप्रदायिक घटनाओं से प्रभावित हो रहा है। स्थितियां बिगड़ रही है।
हालात ये है कि अराजकता का माहौल बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शैली में लेख लिखे गए। उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से आपातकाल लगाने की मांग करते हुए दुबारा चुनाव करवाने की मांग तक कर डाली। दरअसल उनका कहना था कि आरएसएस समर्थित भाजपा देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की ओर आगे बढ़ी है। ऐसा करने के साथ ही उन्होंने संविधान को नकार दिया है।