लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री आजम खान ने खुद अपनी ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। मंचस्थ आजम ने समाजवादी पार्टी से लेकर अधिकारी व पीएम नरेंद्र मोदी तक सभी के खिलाफ जहर उगला। आजम ने अपनी सरकार पर निशाना ई-रिक्शा चयन व वितरण में धांधली को लेकर किया। मंच से आजम ने अधिकारियों से कहा कि यदि एक भी रिक्शा गलत गया तो वो उनको उल्टा टांग देंगे। उन्होने कहा कि मैं सार्वजनिक रुप से कह रहा हूं, आपके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराऊंगा।
आगे आजम ने कहा कि कितने रिक्शे गलत गए है, मेरे पास इसका रिकॉर्ड है। इसी कारण से आज मुरादाबाद में होने वाले वितरण को मैंने रोक दिया है। रामपुर और मुरादाबद में होने वाले घपले के सबूत आजम को पहले ही मिल गए है। आजम द्वारा दिए घए उल्टा टांगने के बयान के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। अधिकारियों के बाद शहरी विकास मंत्री ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम ने देश को सेल्फ के बारे में सोचना नहीं सिखाया, बल्कि सेल्फी के बारे में सिखाया है।
वो सेल्फी जिससे हाथ में लेकर बच्चा ट्रेन की खिड़की पर एक हाथ से लटककर सेल्फ़ी लेता है। आगे खंभा लगा है जिस पर सर लगता है और भेजा बाहर निकल जाता है। माँ बाप की एक औलाद है और वो खत्म हो जाती है। ये सब किसने सिखाया- बादशाह ने। आजम ने कहा कि कल मैं ऐसे ही बदनसीब मां-बाप से मिलने गया था। जिनके बच्चे पानी में सेल्फी लेते हुए बह गए। ढाई-तीन हजार युवा रोजाना सेल्फी के चक्कर में मर रहे है।
सपा मंत्री ने कहा कि आज हम देश के पीएम से इस मंच से ये अपील करना चाहते है कि वो देश के नौजवानो को सेल्फी लेने से मना करे। कांग्रेस द्वारा यूपी में शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री कैंडिडेट बनाए जाने पर आजम ने कहा कि राजनीति में दुआ करने वालों की भी जरुरत होती है। चूंकि शीला दीक्षित बुजुर्ग है, तो वो कांग्रेस के लिए दुआ करेंगी। वो दुआ करेंगी कि हे अल्लाह इसमें थोड़ी सी जान डाल दो।
शिक्षा नीति पर वार करते हुए उन्होने कहा कि अल्पसंख्यको के दो विश्वविद्यालय थे, अलीगढ़ और जामिया दोनों केंद्र सरकार ने खत्म कर दिए। हमे शिक्षा पर राय देने का कोई अधिकार नहीं। उन्होने आरएसएस को एक विवादित संस्था बताते हुए कहा कि आरएसएस ने बापू की हत्या की है। ऐसी संस्था के साथ केन्द्रीय मंत्री ने विभागीय बैठक बुलाई निंदनीय है।