चंडीगढ़ : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के चुनावी दौरे पर हैं। वे पंजाब के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने आशीष खेतान द्वारा माफी मांगे जाने के वीडियो को लेकर ट्विटर पर बात साझा की। आशीष खेतान की ओर से पंजाब में पार्टी के युवा घोषणा - पत्र की तुलना धार्मिक किताबों से करने के बाद आलोचना से घिरी आम आदमी पार्टी द्वारा यह कहा गया कि उन्होंने इस तरह की कोई तुलना नहीं की। दरअसल भाषाई परेशानी के चलते लोगों ने टिप्पणी का गलत अर्थ निकाल लिया।
पंजाब इकाई के संयोजक सुचा सिंह छोटेपुर ने इसे लेकर जो सफाई पेश की इसे लेकर उन्होंने कहा कि खेतान का उद्देश्य किसी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करना नहीं था। छोटेपुर द्वारा कहा गया कि दरअसल उन्होंने यह कहा था कि इस तरह का घोषणा पत्र उनके लिए श्री गुरू ग्रंथ साहिब और गीता के समान ही पवित्र है। मगर इसकी धार्मिक तुलना को भी उन्होंने सही नहीं बताया और इसे लेकर कहा कि यह सही नहीं होगा। उनका कहना था कि इस तरह के मसले को राजनीतिक पार्टियों की ओर से गलत रंग दिया गया।
आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि खेतान को अपनी गलती का अनुभव हो गया है। उन्होंने अपने हाथ जोड़कर माफी मांग ली जिसके कारण उन्हें माफ करने की आवश्यकता है। छोटेपुर ने विरोधियों से अपील की कि वे राज्य के हित में इस तरह के मसले को भड़काने के प्रयास में राजीतिक अखाड़े में उन्हें मुकाबला करना होगा। पंजाब विधानसभा चुनाव हेतु तैयार किए गए आम आदमी पार्टी के युवा घोषणा पत्र की तुलना धार्मिक ग्रंथों से किए जाने और स्वर्ण मंदिर के फोटो का उपयोग करने हेतु लोगों को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस दौरान पार्टी के नेता आशीष खेतान ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी भेंट की। इस दौरान आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और पंजाब के प्रभारी संजय सिंह के ही साथ वरिष्ठ नेता आशुतोष भी उपस्थित थे। इस अवसर पर पार्टी ने कहा कि बैठक का घोषणापत्र के विवाद से किसी तरह का लेना देना नहीं था। खेतान ने इस मामले में माफी मांग ली है। दूसरी ओर अमृतसर में धार्मिक भावनाओं को भड़काने के मामले में आरोपियों पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।