भोपाल : आंगनवाड़ियों में बच्चों को खाने में मांसाहारी अंडा-मछली खाना दिए जाने के विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया है. हाल ही में इस मामले में पशुपालन मंत्री कुसुम मेहदेले ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिसे अंडा-मछली खाना है वह खाएगा. जिसे दूध-खीर खाना हो वह उसे खाए, उसे किसने रोका है और आंगनवाड़ियों में खाने में क्या दिया जाए, इसका फैसला तो राज्य सरकार ही करेगी. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश CM शिवराज सिंह चौहान पहले ही आंगनवाड़ियों में अंडा परोसे जाने से इंकार कर चुके है.
हालांकि मेहदेले ने चेन्नई का उदाहरण देते हुए दी कि वहां आंगनवाड़ियों में दूध के साथ मछली और अंडा भी परोसा जाता है उन्होंने कहा कि मेरे पास पशुपालन और मछली पालन विभाग भी है और ये मेरी जिम्मेदारी है कि लोगों को अंडा व मछली के फायदे और नुकसान के बारे में बताया जाए. इसके बाद लोग खुद ही फैसला कर लेंगे की उन्हें क्या खाना है.