100 मर्ज़ की एक दवा फिटकरी !!
100 मर्ज़ की एक दवा फिटकरी !!
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प्राचीन काल से ही औषध दर्शन के विषय में भारत अग्रणी रहा है | भारतीय आयुर्वेद चिकित्सा परम्परा ने जड़ी बूटियां, फल -फूल, बीज, छाल ,धातु, भस्म, और प्राकृतिक खनिज लवणों से उपचार होता आया है | इस श्रंखला में प्राकृतिक सम्पदा एवम वस्तुओं के प्रयोग के विषय में जितनी जानकारी आयुर्वेद जानता है, उतना शायद ही कोई अन्य चिकित्सा शास्त्र | आज हम जानेंगे ऐसे ही एक अद्भूत खनिज लवण फिटकरी के बारे में| 

यह लाल व सफ़ेद दो प्रकार की होती है | अधिकतर सफ़ेद फिटकरी का प्रयोग ही किया जाता है | यह संकोचक अर्थात सिकुड़न पैदा करने वाली होती है | फिटकरी में और भी बहुत गुण होते हैं | फिटकरी एक प्रकार का खनिज है जो प्राकृतिक रूप में पत्थर की शक्ल में मिलता है। इस पत्थर को एल्युनाइट कहते हैं। इससे परिष्कृत फिटकरी तैयार की जाती है। ठीक सेंध नमक की तरह ये भी चट्टानों से मिलती है। यह एक रंगहीन क्रिस्टलीय पदार्थ है। इसका रासायनिक नाम है पोटेशियम एल्युमिनियम सल्फेट।

आएये जाने कुछ घरेलु फिटकरी के उपयोग - 

1.फिटकरी को चोट या घाव लगने पर इस्तयमाल करें। फिटकरी का पानी लगाने से घाव से खून बहना बंद हो जाएगा। 

2 फिटकरी एंटीबैक्टीएरियल एवम जीवाणुरोधी होती है इसलिये पानी में फिटकरी को घोलकर नहाने से किसी प्रकार का संक्रमण नही फैलता और पसीने की दुर्गन्ध से भी छुटकारा मिलता है| 

3. एंटीबैक्टीीरियल एवम जीवाणुरोधी गुण के कारण फिटकरी को भारतीय जनमानस सदियों से पानी को साफ करने के लिये उपयोग करता आया है | 

4.एंटीबैक्टीारियल और एस्ट्रि जेंट तत्व  होने की वजह से यह दंत रोग को दूर कर सकती है। यह माउथवॉश की तरह भी प्रयोग की जा सकती है।

5.फिटकरी और काली मिर्च पीसकर दांतों की जड़ों में मलने से दांतों की दर्द में लाभ होते है।

6.सेविंग करने के बाद चेहरे पर फिटकरी लगाने से चेहरा मुलायम हो जाता है।

7.प्रतिदिन फिटकरी को गर्म पानी में घोलकर कुल्ला करें ,इससे दांतों के कीड़े तथा मुंह की बदबू दूर हो जाती है।

8.फिटकरी को गर्म पानी में घोलकर प्रतिदिन सुबह-शाम कुछ दिनों तक लगातार कुल्ला करने से दाँतों के कीड़े ख़त्म हो जाते हैं व मुँह की बदबू दूर हो जाती है.

9.टॉन्सिल की समस्या होने पर एक गिलास गर्म पानी में चुटकी भर फिटकरी, चुटकी भर हल्दी चूर्ण और एक चम्मच नमक डालकर गरारे करें. इससे टॉन्सिल की समस्या में जल्दी आराम मिलता है.

10.दस्त और पेचिश की परेशानी से बचने के लिए 1-2 चुटकी भुनी हुई फिटकरी को गुलाबजल के साथ मिलाकर पीने से खूनी दस्त आना बंद हो जाते हैं.

11.एक लीटर पानी में 10 ग्राम फिटकरी का चूर्ण घोल लें. इस घोल से प्रतिदिन सिर धोने से सिर के जुएँ मर जाते हैं|

12.फिटकरी को गर्म पानी में मिलाकर जननांगों को धोने से जननांगों की खुजली /संक्रमण की समस्या से रहत मिलती है और ये प्रयोग जननांगो की स्वच्छता के लिये निरापद उपाय है | 

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