एलकेम के स्वच्छता अभियान से जुड़ेंगे हजारों डॉक्टर
एलकेम के स्वच्छता अभियान से जुड़ेंगे हजारों डॉक्टर
Share:

नई दिल्ली : देश की अग्रणी दवा उत्पादक एलकेम लेबोरेटरीज लिमिटेड ने मंगलवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सहयोग से स्वच्छ भारत मुहिम शुरू करने की घोषणा की। एलकेम द्वारा 23 मई से शुरू किए जा रहे इस मुहिम के तहत 20,000 से अधिक चिकित्सक, तीन लाख नागरिक और एलकेम के 300 कर्मचारी देश के 135 शहरों में एक साथ इस स्वच्छता अभियान में भाग लेंगे। राष्ट्रीय राजधानी में इस अभियान के तहत रैली की शुरुआत एक साथ दो जगहों, भगवान महावीर अस्पताल और गुरु तेग बहादुर अस्पताल से होगी।

गौरतलब है कि देश में हर साल तीन लाख से ज्यादा बच्चे तीन साल की उम्र से पहले ही डायरिया की वजह से मौत के मुंह में चले जाते हैं, जिसे देखते हुए एलकेम ने अपने इस स्वच्छता अभियान का थीम रखा है 'स्वच्छ भारत से ही होगा स्वस्थ भारत का निर्माण'। मुहिम की घोषणा करते हुए एलकेम के उपाध्यक्ष महेश क्वाथेकर ने कहा, "स्वच्छ भारत अभियान में अपना योगदान देने के लिए भारतीय चिकित्सकों द्वारा चलाई जाने वाली आज तक की सबसे बड़ी क्लीन इंडिया नेशनल मूवमेंट के साथ जुड़ने वाली देश की पहली दवा निर्माता कंपनी के तौर पर हमें गर्व महसूस हो रहा है।

हम चिकित्सा से जुड़े लोगों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से मिले सहयोग से बेहद खुशी महसूस कर रहे हैं।" आईएमए के इस मुहिम से जुड़ने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मानद महासचिव के. के. अग्रवाल और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय लेखी ने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का मानना है कि बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरुकता सबसे पहला कदम है और हम इस मुहिम के साथ जुड़ कर गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "सेहत और स्वच्छता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और सिर्फ वातावरण को साफ रखने से ही ज्यादातर बीमारियां खत्म की जा सकती हैं।

हम आईएमए की 1,700 शाखाओं से जुड़े हुए 2.5 लाख सदस्यों में यह जागरुकता फैलाएंगे और उनसे अपने साथ चलने के लिए अपील करेंगे।" इस अवसर पर फोर्टिस अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक पंकज अनेजा ने कहा, "पूरी दुनिया में पांच साल से कम उम्र के बच्चों में होने वाली 33 प्रतिशत बीमारियां पर्यावरण में अस्वच्छ माहौल और अस्वस्थ आदतों की वजह से होती हैं। पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन द्वारा किए गए हालिया शोध के अनुसार देश के केवल 53 प्रतिशत लोग ही शौच के बाद, 38 प्रतिशत खाना खाने से पहले और 30 प्रतिशत लोग खाना बनाने से पहले साबुन से हाथ धोते हैं।" हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में दिल्ली को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -