भारत में कोरोना का कहर कम था और अब नया खतरा आन पड़ा है। यह खतरा जहरीली मक्खी एसिड फ्लाई या नैरोबी फ्लाई का है जिसके संक्रमण ने उत्तर बंगाल के कई इलाकों में दहशत पैदा कर दी है। बताया जा रहा है इस मामले में दार्जिलिंग जिला प्रशासन ने इस खतरनाक मक्खी से बचाव के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। मिली खबर के मुताबिक एसिड मक्खी का संक्रमण पहली बार सिक्किम में दिखाई दिया और तब से ये उसके आसपास के इलाकों में फैल गया है। इसी के साथ उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय (एनबीयू), सिलीगुड़ी के लगभग 100 छात्र इससे प्रभावित हैं और छात्रों में डर और दहशत इतना बढ़ गया है कि कई छात्रावासों को छोड़कर अपने घर वापस चले गए हैं।
आप सभी को बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि, 'जहरीली एसिड मक्खी का ये संक्रमण पहली बार सिक्किम में दिखाई दिया और तब से यह आसपास के इलाकों में फैल रहा है। मुख्य रूप से बच्चे और संवेदनशील त्वचा वाले लोग इस कीट से संक्रमित हो रहे हैं।' वहीं दूसरी तरफ दार्जिलिंग के जिला मजिस्ट्रेट एस। पोन्नम्बलम ने कहा कि ‘हमने लोगों को पूरी बाजू के कपड़े पहनने, शाम को बाहर जाने से बचने, मच्छरदानी का उपयोग करने, घरों के अंदर मंद रोशनी का उपयोग करने जैसे उपायों को अपनाने की सलाह जारी की है। संक्रमण के मामले में लोगों को तुरंत इलाज के लिए संपर्क करना चाहिए।’
आप सभी को बता दें कि दार्जिलिंग जिला अस्पताल के अधीक्षक ने कहा कि ‘दार्जिलिंग में अब तक एसिड मक्खी के काटने के 3-4 मामले सामने आए हैं और उनमें से किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है। इस स्थिति में कुछ भी बड़ा खतरा नहीं होगा और लोगों को शांत रहने की जरूरत है न कि घबराने की। वास्तव में हमें यकीन नहीं है कि जो 3-4 मरीज आए थे, उन पर एसिड मक्खी ने हमला किया था।' वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि ‘अभी हमारा लक्ष्य संक्रमण को नियंत्रित करना और कीट के प्रजनन स्थलों का पता लगाना है। मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे घबराएं नहीं।’
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