हनुमानजी को सिंदूर का चोला चढ़ाने के पीछे उनकी प्रसन्नता प्राप्त करना ही मुख्य उद्देश्य होता है लेकिन असल में सिंदूर और तेल का चोला चढ़ाने से मूर्ति का स्पर्श होता है तथा इससे सकारात्मक उर्जा प्राप्त होती है।
हनुमानजी की उपासना से बल बुद्धि और ज्ञान तो मिलता ही है। उन्हें सिंदूर और तेल का चोला चढ़ाने से निश्चित रूप से इसका असर मनुष्य की तेजस्विता पर पड़ता है और शरीर को लाभ मिलता है। जिन लोगों को शनिदेव की पीड़ा हो उन्हें बजरंग बली को तेल.सिंदूर का चोला अवश्य चढ़ाना चाहिए।
बहुत कम लोगों को पता होगा कि हनुमान मंदिरों पर और प्रतिमाओं पर लाल रंग की ध्वजा क्यों लहराती है। दरअसल लाल रंग भी मंगल का प्रतीक है इसके साथ ही यह चेतावनी भी देता है कि यदि आप संयम और सतर्कता से अपनी जीवनचर्या नहीं चलाएंगे तो खतरे में पड़ सकते हैं।