अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर मन्नान वानी का हिजबुल मुजाहिदीन से कनैक्शन होने की खबर के बाद एमपी इंटेलिजेंस ने भी अपने स्तर पर जांच की. जिसके बाद सामने आया है कि मन्नान के ऐसे किसी भी कनैक्शन का कोई सबूत नहीं मिला है. दरअसल आठ जनवरी को इंटेलिजेंस आईजी मकरंद देउस्कर ने मन्नान वानी के भोपाल कनेक्शन की जांच करने की बात कही थी.
इंटेलिजेंस ने इस मामले में जांच की. इस पर जानकारी देते हुए इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने बताया कि जांच में मन्नान वानी के भोपाल कनेक्शन और किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने को लेकर कोई सबूत नहीं मिला है. इंटेलिजेंस ने जांच के दौरान यूनिवर्सिटी में कई लोगों से पूछताछ की और इस संबंध में जानकारियाँ जुटाई. जांच में इंटेलिजेंस को मन्नान वानी के खिलाफ कोई भी ऐसे सबूत नहीं मिले, जिससे साबित हो सके कि भोपाल में रहने के दौरान वो किसी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल था.
दरअसल, हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी में शामिल होने की खबर के बाद मन्नान का एक फोटो वायरल हुआ था, जिसमें वह आईसेक्ट यूनिवर्सिटी में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस में दिखाई दे रहा था. मन्नान करीब तीन दिनों तक भोपाल में ही रूका था. एमपी एटीएस मन्नान के भोपाल आने के मामले को लेकर हर पहलू पर जांच कर रही थी.
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