माता दुर्गा की आराधना करने से न केवल सुख समृद्धि आती है वहीं कुछ ऐसे मंत्र भी है जिनके नियमित रूप से जप करने से माता की प्रसन्नता प्राप्त तो होती ही है वहीं दुखों का भी नाश हो जाता है।
दुख, गरीबी, निदान व शत्रुनाश और बलवृद्धि के लिए दो वर्ष की कन्या कुमारी को इस मंत्र का उच्चारण कर नौ दिन तक पूजन करना चाहिए।
ओम सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिस्वरूपिणी।
पूजां गृहाण कौमारि! जगन्मातर्नमोस्तु ते।।
अकाल मृत्यु निवारण व त्रिवर्ग फल प्राप्ति के लिए तीन वर्ष की कन्या त्रिमूर्ति की नौ दिन तक इस मंत्र से पूजा करनी चाहिए।
ओम त्रिपुरां त्रिपुराधारां त्रिवर्षां ज्ञानरूपिणीम्।
त्रैलोक्यवंदिन्तां देवीं त्रिमूर्तिं पूजयाम्यहम्।।
धन-धान्य की प्राप्ति व पुत्र-पौत्र आदि की अभिवृद्धि के लिये चार वर्ष की कन्या कल्याणी की नौ दिन तक इस मंत्र से पूजा करनी चाहिए।
ओम कलात्मिकां कलातीतां कारूण्यसदयां शिवाम्।
कल्याण जननी देवीं कल्याणीं पूजयाम्यहम्।।
आरोग्य, शांति, यशप्राप्ति व रोजगार और राजनीति आदि पदों पर नियुक्ति आदि के लिए पांच वर्ष की कन्या रोहिणी नौ दिन तक भोजन करवा कर पूजन करना चाहिए।
ओम अणिमादिगुणाधाराम् अकारा द्रक्षयात्मिकाम।
अनन्तशक्तिकां लक्ष्मी रोहिणीं पूजम्याहम्।।