जो लिखा है या होना है होता वही है लेकिन कुछ प्रयासों और कोशिशों से बहुत बुरे को कम बुरे में और अच्छे को बहुत अच्छे में बदला जा सकता है.
यदि आपके सितारे गर्दिश में चल रहे हों तो कुछ खास जतन कर दिनों की प्रतिकूलता को अनुकूलता में बदला जा सकता है.
1-तीन पके हुए नींबू लेकर एक को नीला एक को काला तथा तीसरे को लाल रंग कि स्याही से रंग दें. अब तीनो नींबुओं पर एक एक साबुत लौंग गाड दे. इसके बाद तीन मोटी चूर के लड्डू लेकर तथा तीन लाल पीले फूल लेकर एक रुमाल में बांध दे अब प्रभावित व्यक्ति के ऊपर से सात बार उबार कर बहते जल में प्रवाहित कर दे प्रवाहित करते समय आस पास कोई खड़ा ना हो.
2-सरसों के तेल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें.
3-आटे का दिया, 1 नीबू, 7 लाल मिर्च, 7 लड्डू,2 बत्ती, 2 लोंग, 2 बड़ी इलायची बङ या केले के पत्ते पर ये सारी चीजें रख दें .रात्रि 12 बजे सुनसान चौराहे पर जाकर पत्ते को रख दें व प्रार्थना करें.एक बार करने के बाद एक दो महीने देखें, उपाय लाभकारी है. श्रद्धा से करें .