कुंभ में किन्नरों के लिए एक विशेष पहल, मिला एक अलग ही अखाडा
कुंभ में किन्नरों के लिए एक विशेष पहल, मिला एक अलग ही अखाडा
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आज के समय में किन्नरों को समाज में उचित स्थान दिलवाने के लिए काफी प्रयास किये जा रहे है, गौरतलब है की 22 अप्रेल से मध्यप्रदेश के उज्जैन में कुम्भ यानी अमृत का मेला शुरू होने वाला है. जिसमे सबसे ज्यादा महत्त्व अखाड़ो को दिया जाता है।

पर क्या आप जानते है इस बार किन्नरों के लिए भी अखाड़े का अलग से इंतजाम किया गया है, जिसका प्रमुख उद्देश्य यही है कि किन्नरों को जो बर्षो से समाज में उनका स्थान नहीं मिला वह उनको मिले, यक़ीनन किन्नरों को समाज में उनका स्थान दिलवाने के लिए यह एक विशेष पहल है।

साथ ही एक और जानकारी हां आपको दे, क्या आप जानते है किन्नरों की उत्पत्ति या जन्म किस कारण से होता है,यदि नहीं तो हम आपको बताते है, ज्योतिष शास्त्र में वर्णन किया गया है, की यदि निषेचन के दौरान यदि पुरुष के वीर्य की मात्रा अधिक होती है तो लड़के का जन्म होता है और यदि उसी दौरान रज की मात्रा अधिक हो तो लड़की का जन्म होता है इसी बीच यदि पुरुष के वीर्य और रज यानी खून की मात्र बराबर हो जाती है तो उससे किन्नर का जन्म होता है।

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