अक्षय तृतीया सालों बाद अमृतसिद्घि योग के महासंयोग
अक्षय तृतीया सालों बाद अमृतसिद्घि योग के महासंयोग
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स्वयंसिद्घ मुहूर्त कही जाने वाली अक्षय तृतीया सालों बाद अमृतसिद्घि योग के महासंयोग में आ रही है। इस योग में स्नान, दान तथा मांगालिक कार्यों का फल कई गुना अधिक शुभ माना गया है।

ज्योतिष के अनुसार ग्रहगोचर की दृष्टि से देखें तो इस बार आखातीज पर नक्षत्र मंडल में रोहिणी का प्रभाव 84 फीसदी रहेगा। वर्षाकाल में इसका प्रभाव आमजन की दृष्टि से हितकारी रहेगा। 29 अप्रैल को शनिवार के दिन रोहिणी नक्षत्र की साक्षी में अक्षय तृतीया मनाई जाएगी।

शनिवार के दिन रोहिणी नक्षत्र का होना अमृतसिद्घि योग बना रहा है। यह योग सुबह 5.51 से 10.56 बजे तक रहेगा। सूर्य के उदयकाल से करीब 5 घंटे तक दिव्य योग की साक्षी का शुभ प्रभाव दिन भर रहेगा। इस योग में शुभ तथा मांगलिक कार्य करना श्रेष्ठ रहेगा।

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