लखनऊ : पड़ोसी देश नेपाल में 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूकंप के बाद वहां से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए लगाई गईं परिवहन निगम की 149 बसों से अब तक 17,500 भारतीय नागरिक स्वदेश लौट चुके हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश से राहत सामग्री भेजे जाने का सिलसिला जारी है। राज्य सरकार की ओर से शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि अब तक राज्य सड़क परिवहन निगम की 149 बसों एवं अन्य वाहनों के जरिए सोनौली सीमा से कुल 17,500 भूकम्प पीड़ितों को वापस लाया जा चुका है।
बयान में कहा गया है कि इसके अतिरिक्त 66 बसें काठमांडू से सोनौली के लिए चल चुकी हैं, तथा 54 अन्य वाहन जरूरतमंद लोगों के लिए काठमांडू में उपलब्ध हैं। बयान के अनुसार, राज्य से नेपाल के लिए बड़ी मात्रा में चावल, दाल, आटा, कंबल, बिस्किट, क्लोरीन टैबलेट, तंबू, प्लास्टिक के तिरपाल, ब्लीचिंग पाउडर, सैनिटरी पैड, तौलिये, नमकीन, सूखे खाद्य पदार्थो के पैकेट, पानी की बोतलें, चीनी, ग्लूकोज, मिल्क पाउडर भेजे गए हैं।
बयान में आगे कहा गया है कि अब तक 81 ट्रक खाद्य सामग्री, 20 ट्रक पानी की बोतलें, चार ट्रक दवाएं एवं अन्य क्लिनिकल सामग्री, 4,600 कंबल, 1,500 तिरपाल तथा 700 तौलिये सहित कुल 105 ट्रक सामग्री भेजी गई है। बयान में कहा गया है कि नेपाल में भूकंप पीड़ितों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के चिकित्सकों की टीमें एम्बुलेंस एवं आवश्यक सामग्री के साथ विभिन्न स्थलों पर तैनात हैं। बयान में आगे कहा गया है कि बिहार से सटी नेपाल सीमा पर किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के 45 चिकित्सक एवं पांच एम्बुलेंस तैनात किए गए हैं।