"बेटी बोझ नहीं है" दुनिया को समझाओ ना पापा
Share:

"पापा मैं आपका ही तो अंश हूँ फिर मुझे इस दुनिया में आने पहले मारना क्यों चाहते हो आप" आजकल की बेटियां अपने पिता से सिर्फ यहीं शब्द कहते हुए नजर आती है। क्योंकि आज के समय में भ्रूण हत्याएं कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है और जब लड़कियां ही नहीं है तो यह नेशनल गर्ल्स चाइल्ड डे मनाने का भी कोई फायदा नहीं है। जब लोग इसके प्रति जागरूक ही नहीं है तो इसे मना कर क्या करना है।

आज का युग कलयुग है और कलयुग में लडकिया सिर्फ रेप के काम आती है या छेड़छाड़ के। क्यों सही कह रहें है ना हम। वैसे आपको याद तो होगा 2012 का वो निर्भया हत्याकांड। एक 23 साल की लड़की जिसे 6 लोगो ने एक सिगरेट समझ लिया था जो एक के बाद एक उसका कश लगा रहे थे। आप ही बताइए क्या आपकी नजरो में वो सही था, और क्या जो अब हो रहा है वो सही है।

नहीं कुछ भी सही नहीं है। आज के युग में जरूरत है तो सिर्फ लड़को की क्योंकि लड़के ही तो है जो कुल को आगे ले जाते है, वहीँ है जो पापा की शान बढाते है, वहीँ है जो कमाते है। लेकिन कभी ये भी तो सोचो ये वहीँ है जो लड़कियों को गन्दी नजरो से देखते है, ये वहीँ है जो अपने माता पिता को व्रद्धाश्रम में छोड़ आते है, ये वहीं है जो एक लड़की की आबरू से खेलते है।

हर सिक्के के दो पहलु होते है तो लड़कियों के बुरे और लड़को के अच्छे पहलु को ही क्यों उजागर किया जाता है। एक लड़की जो अपने परिवार के लिए सब कुछ करने को तैयार रहती है, अपना घर भी सम्भालती है साथ ही दूसरे घर को भी सम्भाल लेती है, ये वही है जो अपने माता पिता से कभी किसी चीज़ की जिद नहीं करती जो मिलता है उसी में खुश रहती है। तो ऐसा क्यों इन्हें गर्भ में ही मार क्यों दिया जाता है , ऐसा क्यों इन्हें गन्दी नजरो से घुरा जाता है, ऐसा क्यों इनका रैप किया जाता है। यह तो सही नहीं है क्योंकि आज के समय में लडकियां कहीं भी पीछे नहीं है हर क्षेत्र में वो अपना नाम कमा रहीं है अपने पिता का नाम रोशन कर रहीं है। आज हर जगह पर लड़कियां अपना ही एक मुकाम कायम कर रहीं है। आज जहाँ पर लड़के अपने कदम पीछे ले लेते है वहां लडकियां आगे बढ़ जाती है। और फिर आप अपने घर में ही देख लीजिए आपके माता और पिता एक दूसरे से कदम मिला मिला कर चलते है और अपने घर को सम्भालते है ठीक उस तरह जैसे एक गाडी एक दो पहिए गाडी एक बैलेंस को बनाए रखते है।

हमारे समाज को भी लड़के और लड़की दोनों की जरूरत है। आपने कभी सोचा है की अगर माँ ना होती तो हमारा भी अस्तित्व नहीं होता। नहीं सोचा तो सोचकर देखिए और सभी को लड़की बचाने के लिए जागरूक कीजिए ये हमारा कर्तव्य है की हम लड़कियों की रक्षा करे। आज अगर एक लड़का किसी लड़के की बहन की रक्षा करता है तो उसकी बहन हमेशा के लिए सुरक्षित हो जाती है। हमारा सिर्फ यहीं कहना है की बेटियों को पंक्षी बनाओ उड़ने दो, बेटियों को सूरज बनाओ ताकि उनकी रौशनी की वजह से कोई उन्हें छू भी ना सके बल्कि उनके सम्पर्क में आते ही जल जाए। बस इतना दिमाग में रखिए "भगवान बेटियां उन्ही को देता है जिनमे उन्हें पालने की हिम्मत और ताकत होती है"। तो भगवान ने आपको बेटी दी है तो समझ लीजिए भगवान की आप पर मेहरबानी है वो कहते है ना बेटा भाग्य से मिलता है लेकिन बेटियां सौ भाग्य से मिलती है।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -