इस साल देश 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. भारत में हर भारतीय इस दिन को बहुत गौरव के साथ मनाता है. क्योकि इस दिन यानी 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था. इस इतिहासिक पल को जश्न मनाने के लिए हर साल गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. एक स्वतंत्र गणराज्य बनने के लिए भारतीय संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को संविधान अपनाया गया था, लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था. डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान को दो साल, 11 महीने और 18 दिनों में तैयार कर राष्ट्र को समर्पित किया था. आपको बता दें कि हमारा संविधान विश्‍व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है. इसे बनाने वाली संविधान सभा के अध्यक्ष भीमराव अंबेडकर थे, जबकि जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे. गंगा रक्षा को लेकर अनशन पर बैठी साध्वी पद्मावती, बिहार सरकार ने किया समर्थन आपकी जानकारी के लिए बता दे कि गणतंत्र दिवस का इतिहास बड़ा ही रोचक है. एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया. साल 1929 की दिसंबर में लाहौर में पंडित जावरहलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का अधिवेशन किया गया था. इस अधिवेशन में प्रस्ताव पारित करते हुए इस बात की घोषणा की गई कि यदि अंग्रेज सरकार द्वारा 26 जनवरी 1930 तक भारत को डोमीनियन का दर्जा नहीं दिया गया तो भारत को पूर्ण रूप से स्‍वतंत्र देश घोषित कर दिया जाएगा. हिंदुत्व को दरकिनार करने के आरोप पर उद्धव ठाकरे ने तोड़ी चुप्पी, कह डाली बड़ी बात अगर आपको नही पता तो बता दे कि 26 जनवरी 1930 तक जब अंग्रेज सरकार ने कुछ नहीं किया तब कांग्रेस ने उस दिन भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की घोषणा की और अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ किया. उस दिन से 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त होने तक 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता रहा. इसके बाद 15 अगस्त 1947 को वास्तविक स्वतंत्रा प्राप्त करने के बाद इस दिन स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा. भारत के आज़ाद हो जाने के बाद संविधान सभा की घोषणा हुई और इसने अपना कार्य 9 दिसम्बर 1947 से शुरू किया. संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे. भ्रष्ट अधिकरियों पर चला सीएम योगी का डंडा, 13 अफसरों पर गिरी गाज 2019 चुनाव में जहाँ पीएम मोदी ने किया था मैडिटेशन, अब वहां बनेंगी ध्यान गुफाओं शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर घटाई गई सुरक्षा, केंद्र पर भड़की शिवसेना-NCP