78 प्रतिशत महिलाऐं नहीं कर पाती हैं अपने साथ हुए शोषण की शिकायत- सर्वे

नई दिल्ली: #MeToo अभियान इन दिनों सोशल मीडिया और सुर्ख़ियों में छाया हुआ है, रोज़ाना इसमें किसी न किसी बड़े नाम का खुलासा होता है,. ऐसे में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमे बताया गया है कि लगभग 78 प्रतिशत महिलाऐं कार्यस्थल पर किए गए यौन उत्पीड़न की शिकायत नहीं कर पाती है.  पीड़िताओं ने सर्वेक्षण में बताया है कि कार्यस्थल पर अनचाहा शारीरिक संपर्क, यौन उत्पीड़न का सबसे आम स्वरुप है.

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यह सर्वेक्षण #MeToo मामले में आई पहली शिकायत के बाद शुरू किया गया था. उल्लेखनीय है कि जो पहली शिकायत सार्वजनिक रूप से सामने आई थी उसमे अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने 2008 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान यौन उत्पीड़न के लिए वरिष्ठ अभिनेता नाना पाटेकर पर आरोप लगाया था. इसके बाद विदेश मामलों के राज्य मंत्री एमजे अकबर पर भी  कम से कम 12 महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

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इस सर्वेक्षण से जुड़े अक्षय गुप्ता ने कहा, "सर्वेक्षण करने से पहले, यह प्रतिभागियों के लिए कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के रूप में परिभाषित किया गया था," जिसमे लगभग 28000 लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी और अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के बारे में खुलकर बताया. उन्होंने बताया कि लगभग 50 प्रतिशत लोगों ने बताया कि अनचाहा शारीरिक संपर्क कार्यालय में यौन उत्पीड़न का सबसे आम स्वरुप है, जबकि 31 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें अश्लील इशारे किए गए थे.

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