1 अप्रैल 2017 से देशभर में सुप्रीम कोर्ट ने बीएस-III व्ही कल्सी पर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन कहा जा रहा है कि कोर्ट के इस फैसले से ऑटो कंपनी पर खास असर नहीं होगा है। बस कुछ स्टॉक्स पर हल्का प्रभाव होगा। और वहीं इस फैसले से नई डिमांड जेनरेट होने, इंडस्ट्री रिवाइवल, इंटरेस्ट रेट कम होने और नोटबंदी के बाद कंजम्पशन बढ़ने का फायदा सेक्टर को आगे मिलेगा।
आपको बता दे कि अन्य कंपनी का कहना है कि कोर्ट के इस फैसले से नई डिमांड जेनरेट होगी, जिससे उन कंपनियों को फायदा होगा, जो बीएस-4 नॉर्म्स पर अपनी वाहन पेश कर चुकी हैं। बजाज ऑटो, अशोक लेलैंड जैसी कंपनियां फायदे में रहेंगी। अभी ऑटो स्टॉक्स में खरीददारी की सलाह होगी। केआर चोकसी के एमडी देवेन चोकसी ने भी मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में निवेश की सलाह दी है।
इलके अलावा एंजेल ब्रोकिंग के श्रीकांत अकोलकर ने कहा है कि ऑटो कंपनियों में मांग बढ़ रही है। नोटबंदी के बाद ऑटो कंपनियों की सेल्स में गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन जनवरी के बाद फिर से कंपनियों की सेल्स बहाली लौट आई है। कंज्म्पशन थीम को लेकर कोई चिंता नजर नहीं आ रही है। वही, जीएसटी का फायदा भी सेक्टर को मिलता दिख रहा है। इससे ऑटो कंपनी में तेजी से बढ़ोत्तरी होगी।
जानिए किन कारणों से सरकार बंद करना चाहती है बीएस 3 मानक वाहन
अगर आपका स्कूटर स्टार्ट नही हो पा रहा हैं तो अपनाइए ये टिप्स-