नई दिल्ली: दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि उनके पिता इस बात से परेशान थे कि पार्टी नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू यादव जैसे दोषी नेताओं को अयोग्यता की कार्रवाई से बचाने के लिए 2013 में तत्कालीन UPA सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को रद्द कर दिया था।
एक इंटरव्यू में, कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपनी आने वाली किताब, 'इन प्रणब, माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स' के बारे में बात की, जिसमें उनके पिता के उपाख्यानों और उन्हें सुनाई गई कुछ व्यक्तिगत कहानियों का विवरण है। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने कहा था कि राहुल गांधी के बयान "राजनीतिक रूप से अपरिपक्व" थे। बता दें कि, शर्मिष्ठा खुद भी कांग्रेस नेत्री हैं, उन्होंने अपनी किताब के बारे में बात करते हुए कहा कि, 'उन्हें (प्रणब मुखर्जी) लगा कि वह शायद विचारधारा की लड़ाई हार रहे हैं।' शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि प्रणब मुखर्जी 2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी की संसद से लगातार अनुपस्थिति से भी नाराज़ थे।
Pranab, My Father, A book by Sharmistha Mukherjee pic.twitter.com/CXRg3hpOEp
— Political Kida (@PoliticalKida) December 6, 2023
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने एक पत्रकार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें सोनिया गांधी से प्रधानमंत्री बनाने की कोई उम्मीद नहीं है। शर्मिष्ठा ने आगे कहा कि, '2004 में, जब सोनिया गांधी ने अपना दावा (प्रधानमंत्री बनने का) त्याग दिया, तो मीडिया में अटकलें थीं कि प्रधानमंत्री कौन होगा। मेरे पिता और मनमोहन सिंह के नाम चर्चा में थे। मैंने उनसे उत्साहपूर्वक पूछा था कि क्या वह प्रधानमंत्री होंगे। लेकिन उन्होंने मना कर दिया और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने।'' शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उनके पिता ने अपनी डायरी में उस घटना का जिक्र किया है जब 2009 के आम चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि वह गठबंधन सरकार के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि, ''बाबा (प्रणब मुखर्जी) ने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी को) अपने विचार सुसंगत रूप से रखने चाहिए। राहुल गांधी ने कहा था कि वह उनसे मिलेंगे।'' उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक UPA शासन के दौरान दोनों नेताओं के बीच ज्यादा बातचीत नहीं हुई।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उन्हें एक घटना याद आती है जहां उनके पिता ने राहुल गांधी पर उनकी प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षाओं को लेकर व्यंग्यात्मक कटाक्ष किया था। उन्होंने बताया कि, "एक सुबह जब बाबा (प्रणब) मुगल गार्डन में टहल रहे थे, तो राहुल गांधी उनसे मिलने आए। उन्हें (प्रणब मुखर्जी को) टहलने या पूजा करते समय परेशान करना पसंद नहीं था। लेकिन फिर भी, वह उनसे मिले। बाद में, मुझे पता चला कि राहुल गांधी उनसे शाम को मिलने वाले थे, यानी मीटिंग शाम को तय की गई थी।" उन्होंने आगे कहा कि, "जब मैंने बाबा को इस बारे में बताया, तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी का कार्यालय AM और PM के बीच अंतर नहीं कर सकता, तो वह प्रधानमंत्री कैसे बन सकते हैं?" उन्होंने कहा कि, एक बार उनके पिता ने कहा था कि, "राहुल गांधी सवालों से भरे हुए हैं और अभी भी राजनीतिक रूप से परिपक्व नहीं हुए हैं।''
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