ऑफिस में होने वाली लगातार मीटिंग्स के शेड्यूल को आप भले ही कितना भी मैनेज करने की कोशिश करे,यह कही न कही मुश्किल तो देता ही हैं और लगातार मीटिंग्स के इस दौर को आप अवॉइड भी नही कर सकते हैं.इसलिए आपको इन मीटिंग्स के लिए प्रोडक्टिव बनना ज़रूरी हो जाता हैं.पर इन मीटिंग्स को मैनेज करने के लिए आप ये तरीके भी अपना सकते हैं:-
1) आपकी जरूरत क्या है?
ऐसी मीटिंग जिसके परिणाम के लिए आपका होना ज़रूरी हैं तो आप उस मीटिंग को अटेंड करें.परन्तु ऐसी मीटिंग्स जो आपके कलीग या आपकी टीम द्वारा हैंडल की जा सकती हैं तो ऐसी स्तिथि में आपका किसी अन्य प्रोजेक्ट पर काम करना बेहतर होगा.
2) कौनसी मीटिंग जरूरी है ?
कई मीटिंग के लिए पूरी टीम का होना ज़रूरी नही होता हैं.टीम के मुख्या सदस्य मिल कर डिसीजन ले लेते हैं.ऐसी स्थिति में किये गये सारे फैसले टीम को बता दिए जाते हैं.जिससे समय की भी काफी बचत होती हैं.
3) जिम्मेदारी शेयर करें :-
अधिक मीटिंग्स के चलते आप अपनी जिम्मेदारी बाटे इससे समय की बचत के साथ जूनियर स्टाफ को अपनी प्रोफाइल बढ़ाने का भी मौका मिलेगा.
4) तय करें एजेंडा :-
प्रोडक्टिव रहने के लिए हर मीटिंग के लिए डिफाइन एजेंडा होना ज़रूरी हैं.जिससे की डिस्कशन के लिए पहले ही प्राथमिकताओं को तय कर लिया जाता हैं.
5)समय की पाबंदी :-
हर मीटिंग के लिए समय सीमा तय करें.जिससे आपका काम सही समय पर पूरा होगा.ऑफिस मीटिंग के लिए तय किये गये समय पर सभी को आने के लिए प्रोत्साहित करें.ऐसे में आपको किसी के लिए वेट नही करना होगा और समय की बर्बादी भी नही होगी.