संयुक्त राष्ट्र : संकटग्रस्त यमन में शांतिपूर्ण राजनीतिक प्रक्रिया की बहाली के लिए संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रायोजित वार्ता 28 मई को स्विट्जरलैंड की राजधानी जेनेवा में होगी। संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि महासचिव बान की-मून ने सभी पक्षों से वार्ता में सकारात्मक सोच और बिना किसी पूर्व शर्त के आने की अपील की है। उन्होंने उम्मीद जताई की इस वार्ता से यमन को एक बार फिर से शांतिपूर्ण राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने में मदद मिलेगी।
साथ ही वहां हिंसा की गतिविधियों में कमी आएगी और असहनीय मानवीय हालात खत्म हो सकेंगे। संयुक्त राष्ट्र की ओर से यमन पर वार्ता की यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जबकि मध्य-पूर्व के इस देश में संयुक्त अरब के नेतृत्व में हौती विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले एक बार फिर शुरू कर दिए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र की अपील पर मानवीय आधार पर पांच दिन के लिए हमले रोके गए थे, जिसकी अवधि बीते सप्ताहांत को समाप्त हो गई।
सऊदी अरब के नेतृत्व में आठ अरब देश 26 मार्च से यमन में शिया हौती विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले कर रहे हैं, जिन्होंने राष्ट्रपति अब्द रब्बू मंसूर हादी को सत्ता से बेदखल कर शासन पर स्वयं नियंत्रण स्थापित कर लिया। हौती विद्रोहियों ने हादी को देश छोड़कर जाने के लिए मजबूर कर दिया। हौती विद्रोही पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के समर्थक बताए जाते हैं। सऊदी अरब के नेतृत्व में हौती विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाला गठबंधन यमन में हादी की सरकार को फिर से स्थापित करना चाहता है। यमन में जारी संघर्ष से अब तक 1,400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 4,000 से अधिक घायल हो गए हैं।