![अब TCS लेगी रेल्वे की ऑनलाइन परीक्षा](https://media.newstracklive.com/uploads/taja-khabar/india/Jul/08/big_thumb/TCS-Railway_559d303f8d758.jpg)
मुंबई : ऐसे माहौल में जबकि सरकारी नियुक्तियों में हुए घपलों को लेकर मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले की चर्चा ज़ोर-शोर से चल रही है; इसी बीच भारतीय रेलवे अपने यहाँ नौकरी के लिए होने वाली परीक्षा को पारदर्शी बनाने की दिशा में उल्लेखनीय पहल करने जा रही है । देश की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) के साथ मिलकर रेलवे एक पायलट प्रोजेक्ट की योजना बना रही है, इस योजना के तहत रेलवे की चयन प्रक्रिया ऑनलाइन परीक्षा के जरिए पूरी की जाएगी । साल के अंत तक इसके शुरुआत की संभावना है । रेलवे इस नई ऑनलाइन प्रक्रिया के द्वारा चयन प्रक्रिया को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाहती है। टीसीएस शायद देश की पहली ऐसी आईटी कंपनी बनने जा रही है, जो किसी सरकारी संस्थान की भर्ती प्रक्रिया का कार्य सीधे तौर पर करेगी । इससे एक तो रेलवे की परीक्षा और पारदर्शी होगी, साथ ही टीसीएस की साख को भी मजबूती मिलेगी ।
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे पहले ही अलग-अलग परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन लेने लगी है । अब आईटी कंपनी की सहायता से रिक्रूटमेंट एग्जाम का आयोजन भी ऑनलाइन किए जाने की तैयारी चल रही है । ऐसा माना जा रहा है कि ऑनलाइन परीक्षा होने की स्थिति में सही उम्मीदवारों का चयन विश्वसनीय रूप से संभव हो सकेगा ।
ऑनलाइन परीक्षा, साल के अंत तक होने लगेगी
रेलवे से जुड़े सूत्रों के अनुसार प्रोजेक्ट का जिम्मा टीसीएस को सौंपने संबंधी प्रक्रिया पर अंतिम रूप से काम चल रहा है । हालांकि, इस बारे में रेलवे के अधिकारियों ने और अधिक बताने से इनकार कर दिया । वैसे, टीसीएस की ओर से भी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है । लेकिन सूत्रों के अनुसार इस साल के अंत तक टीसीएस द्वारा ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन शुरू हो जाएगा । परीक्षा के प्रश्न-पत्रों के बनने एवं उनके वितरण के दौरान सुरक्षा संबंधी व्यापक एवं पुख्ता प्रबंधन पर भी काम चल रहा है ।
रेल्वे की परीक्षा को आयोजित करने के लिए टीसीएस संबंधित कॉलेजों को अपनी ओर से कई सुविधाएं देगा, जिससे परीक्षा का संचालन पारदर्शी तरीके से संभव हो सके । यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु के द्वारा मार्च में दिये गए एक बयान में चयन प्रक्रिया में हो रही गड़बड़ियों को लेकर चिंता जताई गयी थी। रेल्वे द्वारा भ्रष्टाचार से निपटने के लिए चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का यह प्रयास उसी बयान से जोड़कर देखा जा रहा है ।
तकनीकी पहल के लिए बजट में किया प्रावधान
यह नई चयन परीक्षा रेलवे के डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है । गौरतलब है कि इस साल टेक्नोलॉजी इनिशिएटिव्स के लिए रेल बजट में 5000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है; जिसे अगले पांच सालों में खर्च किया जाना है ।