सनातन धर्म में महाशिवरात्रि के त्योहार को बहुत विशेष माना जाता है. महाशिवरात्रि का त्योहार फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मनाया जाता है. वही इस साल 8 मार्च के दिन महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा. इस बार महाशिवरात्रि पर कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, जिसके कारण महाशिवरात्रि और भी खास बन गई है.
2024 में महाशिवरात्रि पर पड़ने वाले संयोग और शुभ मुहूर्त:
शिव योग: यह योग 7 मार्च को रात 8:46 बजे से शुरू होकर 8 मार्च को रात 12:45 बजे तक रहेगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग: यह योग 8 मार्च को सुबह 6:38 बजे से शुरू होकर 10:41 बजे तक रहेगा।
श्रवण नक्षत्र: यह नक्षत्र 8 मार्च को सुबह 10:41 बजे से 9 मार्च को सुबह 10:41 बजे तक रहेगा।
महाशिवरात्रि निशिता पूजा मुहूर्त: 8 मार्च को रात 12:07 बजे से 12:56 बजे तक।
इन संयोगों के कारण 2024 की महाशिवरात्रि अत्यंत शुभ और फलदायी मानी जा रही है।
यहां कुछ शुभ मुहूर्त दिए गए हैं:
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:01 बजे से 5:47 बजे तक।
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:52 बजे से 12:38 बजे तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:34 बजे से 3:20 बजे तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:17 बजे से 6:43 बजे तक।
आप अपनी सुविधानुसार इनमें से किसी भी मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।
महाशिवरात्रि की पूजा विधि:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
भगवान शिव को बेल पत्र, फल, फूल, दूध और जल अर्पित करें।
"ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
रात में जागरण करें और भगवान शिव की भक्ति में लीन रहें।
महाशिवरात्रि का व्रत:
इस दिन कई भक्त व्रत भी रखते हैं।
व्रत में भक्त 24 घंटे तक उपवास करते हैं।
व्रत के दौरान भक्त केवल पानी और फल का सेवन करते हैं।
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