उज्जैन : महाकाल मंदिर में श्रावण-भादौ मास के दौरान निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारियों की तो तैयारियां प्रारंभ हो ही गई है, वहीं श्रावण महोत्सव के लिए भी मंदिर प्रबंध समिति ने कलाकारों के नाम तय कर दिए है। उल्लेखनीय है कि श्रावण माह की शुरूआत जहां 3 अगस्त से होगी, जबकि सोमवार की पूर्व संध्या रविवार को श्रावण महोत्सव के तहत प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा गीत संगीत की स्वर लहरी बहाई जाएगी। इसके साथ ही नगर के अन्य प्रमुख शिव मंदिरों में भी श्रावण की तैयारियां होने लगी है। हर साल की तरह इस बार भी महाकाल के आंगन में गीत संगीत की बयार बहेगी। श्रावण महोत्सव के अवसर पर जहां कलाकारों द्वारा बाबा महाकाल की आराधना की जाएगी, वहीं कलाकारों की प्रस्तुतियों को देखने एवं सुनने के लिए भी बड़ी संख्या में रसिक प्रेमी मौजूद रहेंगे।
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार पूरे श्रावण महोत्सव के दौरान 18 कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। पहला कार्यक्रम 2 अगस्त को होगा ओर इस दिन जयपुर के प्रसिद्ध पखावज वादक प्रवीण आर्य की प्रस्तुति होगी, इसी संध्या उज्जैन की अर्चना तिवारी भी उपशास्त्रीय गायन के माध्यम से अपने हुनर का प्रदर्शन किया जाएगा। उनके अलावा इंदौर का रागिनी मख्खर समूह द्वारा भी कथक की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी तरह क्रमशः पंडित दीनानाथ मिश्र कोलकाता, पंडित सलिल भट्ट जयपुर, संतोष देसाई इंदौर, रवीन्द्र परचुरे सिंगापुर, रोनू मजूमदार कोलकाता, तरूण भट्टाचार्य तथा नगर की कलाकार अदिति तिवारी की भी प्रस्तुतियां होंगी।
इन कलाकारों के अलावा इंदौर की तृप्ति कुलकर्णी, मैहर बैंण्ड मैहर के साथ ही नई दिल्ली के अभिमन्य एवं विधालाल के द्वारा भी बाबा महाकाल के आंगन में कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
बाजार में भी सजने लगी दुकानें- हालांकि अभी सावन प्रारंभ होने में कुछ दिन बचे हुए है लेकिन बावजूद इसके बाजारों में श्रावण को लेकर दुकानें सजने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। बाजारों में न केवल पाषाण के शिवलिंग विक्रय के लिए आ गए है वहीं जलाधारी, शिव मूर्तियों के साथ ही रूद्राक्ष, महामृत्युंजय यंत्र इत्यादि भी बिक्री के लिए दुकानों पर रखे जाना प्रारंभ हो गए है।