नई दिल्ली : बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश की प्रशंसा करते हुए कहा कि आजादी के बाद से हमने बहुत कुछ हासिल किया है। गर्व की बात है कि भारत के पास तकनीकी रुप से दक्ष इंजीनियर है। आज भारत सड़क नेटवर्क के मामले दुनिया में दूसरे नंबर पर है। भारत के पास 47 लाख किमी की लंबी सड़कें है।
राष्ट्रपति भवन में मुखर्जी ने भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (2013 एवं 2014 बैच) के अधिकारियों तथा 2015 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाकात की। इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के समय देश में 10 लाख टन इस्पात का प्रोडक्शन होता था और आज हम प्रतिवर्ष 9 करोड़ टन से भी अधिक उत्पादन कर रहे है।
वाहनों के मामले में हम तब प्रति वर्ष 1 लाख वाहनों का उत्पादन करते थे और आज वाहनों के उत्पादन के मामले में हम छठें नंबर पर है। आगे उन्होने कहा कि प्रति वर्ष 64.4 करोड़ टन कोयला उत्पादन के साथ हम विश्व में तीसरे सबसे बड़े कोयला उत्पादक देश है। भारत में आज 46.2 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।
इसके अलावा एक अरब लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। भारत में 47 लाख किलोमीटर लम्बी सड़कें हैं। इस तरह हमारे यहां का सड़क नेटवर्क विश्व में दूसरे स्थान पर है। आगे राष्ट्रपति ने कहा कि इंजीनियरिंग से देश की सेवा का अवसर मिलता है। सभी अधिकारियों को महात्मा गांधी की यह बात याद रखनी चाहिए कि सही निर्णय तक पहुंचने के लिए यह देखना आवश्यक है कि उस निर्णय से निर्धनतम व्यक्ति का कल्याण होगा या नहीं।