नई दिल्ली : काले धन को लेकर सरकार के द्वारा कड़ा रुख अपनाया गया था जिसको देखते हुए काले धन की घोषणा करने वालो में भी हड़बड़ाहट देखने को मिली थी. मामले की जानकारी देते हुए आपको यह बता दे कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने काले धन के खुलासे के लिए 30 सितम्बर को आखिरी तारीख के रूप में सभी के सामने रखा था और साथ ही यह भी कहा था कि जो लोग इस मामले में अपने काले धन की घोषणा कर देते है और साथ ही इसके लिए उचित जुर्माना भरने के लिए भी तैयार हो जाते है उनके खिलाफ सरकार के द्वारा ढील बरती जाना है.
लेकिन जो लोग इसका खुलासा नहीं करते है सरकार उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाएगी. इस दौरान जानकारी में यह बात सामने आई कि काले धन के खुलासे के तहत 638 खुलासा-पत्र प्राप्त हुए और साथ ही इनसे सरकार को 3,770 करोड़ रुपये भी प्राप्त हुए है. इस मामले में आगे जानकारी देते हुए आपको यह भी बता दे कि इस बार ब्लैक मनी का खुलासा करने वालो में ज्यादा नाम डॉक्टर, इंजीनियर और साथ ही नामी कम्पनियों में काम करने वाले अधिकारीयों के है.
इनमे से कई लोग ऐसे भी है जो पहले विदेश में ही रहते थे लेकिन बाद में यहाँ आ गए. जहाँ एक तरफ यह बात सामने आई है कि पिछली बार रिटर्न फाइल करने वालो में ज्यादातर कंपनियां, ट्रस्ट और जॉइंट फैमिली थे वहीँ इस बार इंडिविसुअल्स की संख्या ज्यादा थी. इस मामले में यह बात सामने आई है कि कई ऐसे भी मामले है जिनमे कुछ NRI भी है जो भारत में आकर बसे हुए है और उन्होंने अपनी सम्पत्ति का खुलासा किया है. ऐसा जरुरी नहीं है कि जो सम्पत्ति सामने आई है वह ब्लैक मनी हो.