नेपाल/काठमांडू : नेपाल में आए भूकंप में जमींदोज़ हुए भवनों के मलबे के बीच से लोग अभी भी अपनों की तलाश कर रहे हैं, लगातार लोगों के जीवित निकलने के साथ अपने परिचितों के जिंदा होने की आस लगाए हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि उनके परिजन का कुछ पता चल जाएगा और उनके सकुशल होने की खबरें जल्द ही उनके सामने आऐंगी।
हाल ही में ऐेसा एक मामला सामने आया है जिसमें एक युवक ने अपनी महिला मित्र को मलबे से निकाला और इसके बाद दोनों ने विवाह करने का निर्णय लिया। दोनों ने तय तारीख पर शादी करने का फैसला किया। इसके बाद दोनों ने शादी की पहली रात राहत शिविर में गुजारी।
मिली जानकारी के अनुसार अमिता नेपाली और नरेंद्र तिवारी ने विवाह के बाद भी राहत शिविर में रात गुजारने को लेकर खुशी जाहिर की। उनका कहना है कि जीवन से बड़ी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि परिवार के सब लोग कुशल होने और दोनों को एक दूसरे का साथ मिलने के बाद वे सभी बेहद खुश हैं।
शादी से पहले आया
भूकंप अमिता नेपाली और नरेंद्र तिवारी दोनों का एक दूसरे से परिचय हुआ और दोनों ने विवाह करने का फैसला लिया। परिजन ने भी दोनों के विवाह पर रजामंदी दे दी। विवाह की तारीख 29 अप्रैल तय की गई लेकिन इसके पहले 25 अप्रैल को भूकंप ही आ गया। सभी को ऐसा लगा जैसे सबकुछ तबाह होने को है, अमिता मलबे में फंस गई। जिसे मलबे से बाहर निकाला गया।
NTIPL reserves the right to delete, edit, or alter in any manner it sees fit comments that it, in its sole discretion, deems to be obscene, offensive, defamatory, threatening, in violation of trademark, copyright or other laws, or is otherwise unacceptable.